-15 अगस्त के बाद एसएसपी लापरवाह थाना प्रभारियों को करेंगे आउट

-पांच प्वाइंट पर चेक होगा डीजे, मशीन से सुराही का डेसिबल भी होगा चेक

BAREILLY: सावन में कावड़ यात्रा के दौरान डीजे बजने पर थानेदारी जाएगी। जिस थाना एरिया से डीजे पास होकर आया वहां के थाना प्रभारी के साथ-साथ चौकी इंचार्ज के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। 15 अगस्त के बाद लापरवाह थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज के खिलाफ एक्शन लेंगे। यही नहीं डिस्ट्रिक्ट के पांच प्वाइंट पर डीजे की चेकिंग होगी और सुराही धीमी आवाज में बजे इसके लिए मशीन से डेसीबल भी चेक किया जाएगा।

चेक प्वाइंट से आगे नहीं जा सकेगा डीजे

एसएसपी आरके भारद्वाज ने बताया कि सावन में किसी तरह का कोई विवाद न हो इसके लिए पूरी तैयारियां की गई हैं। डीजे बजने को लेकर कंफ्यूजन गलत है। डीजे पर पूरी तरह से रोक है और इसका पालन भी कराया जाएगा। इसके लिए डिस्ट्रिक्ट के सभी जत्थेदारों और डीजे वालों की लिस्ट भी मंगाई है। ताकि जब भी डीजे पकड़ा जाए तो डीजे संचालक और जत्थेदार के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। दूसरे जिलों से डीजे लेकर कांवडि़ये पहुंचते हैं और बरेली से होकर कछला घाट बदायूं जाते हैं। बरेली में डीजे न बजे इसके लिए डिस्ट्रिक्ट में बॉर्डर पर बहेड़ी, फतेहगंज पूर्वी, नवाबगंज, मीरगंज और रामगंगा में चेक प्वाइंट बनाए गए हैं ताकि रामगंगा से आगे कोई डीजे न जा सके।

सुराही की आवाज नापी जाएगी

डीजे पर रोक है लेकिन कांवड़ यात्रा में सुराही ले जाने पर रोक नहीं है लेकिन सुराही की संख्या भी निर्धारित की गई है। सुराही की आवाज भी काफी तेज होती है। इस पर लगाम लगाने के लिए साउंड का डेसिबल मापने वाली मशीनें खरीदी जा रही हैं जो सभी चेक प्वाइंट पर मौजूद रहेंगी और डेसिबल मापने के बाद ही कावड़ के जत्थे को आगे रवाना किया जाएगा।

15 मोबाइल टीमें करेंगी निगरानी

अक्सर देखने में आता है कि डीजे पर रोक और कांवड़ की सिक्योरिटी का जिम्मा सिर्फ चौकी इंचार्ज और हल्का इंचार्ज पर डाल दिया जाता है। इस बार कांवडि़यों की सिक्योरिटी के लिए मोबाइल टीमें लगाई गई हैं। डिस्ट्रिक्ट में सभी रूट पर 15 टीमें लगाई गई हैं, जो 24 घंटे मोबाइल रहेंगी। यह एक थाना से दूसरे थाना में भी जा सकेंगी। इसके लिए किराये पर वाहन भी लिए गए हैं। इनकी जिम्मेदारी होगी कि ये डीजे पर भी नजर रखें कि रास्ते में कहीं डीजे बज तो नहीं रहा है।

तीन ड्रोन कैमरों से रहेगी नजर

एसएसपी ने बताया कि पुलिस के पास पहले से एक ड्रोन कैमरा था। इस बार दो ड्रोन कैमरा अलग से मंगाए गए हैं। इन सभी से कावड़ रूट की निगरानी की जाएगी। कुछ दिनों पहले ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग भी कराई जा चुकी है।

फोर्स के भी पुख्ता इंतजाम

कावडि़यों की सिक्योरिटी के लिए फोर्स के भी प्रॉपर इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए थानों में मौजूद फोर्स के साथ-साथ सभी पुलिस अधिकारियों के ऑफिस की भी फोर्स लगाई गई है। एक-दूसरे थानों में भी फोर्स शिफ्ट की गई है। इसके अलावा एक्स्ट्रा फोर्स बाहर से मंगाइर्1 गई है।

एक्स्ट्रा फोर्स

250 कांस्टेबल, 500 होमगार्ड, 5 कंपनी पीएसी व पैरामिलिट्री फोर्स, 15 मोबाइल टीम, 3 ड्रोन कैमरे