आगे-पीछे पहुंचे doctor couple

डॉक्टर दंपति करीब ढाई बजे एसीजेएम 6 की कोर्ट में अलग-अलग पहुंचे। पहले डॉक्टर निशांत कोर्ट रूम में दाखिल हुए। उसके पांच मिनट बाद डॉक्टर शालिनी महेश्वरी पहुंची। बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि एफआईआर में डॉक्टर दंपति का नाम आरोपियों में नहीं है। एफआईआर भी दो दिन बाद लिखवाई गई है। इसके अलावा पीडि़ता ने अपने 164 के बयान में कहा है कि उसके साथ रेप की घटना हुई और डॉक्टर्स ने जुबान बंद करने की बात कही। वहीं यह बयान भी दिया कि शालिनी महेश्वरी उसे बहुत प्यार करती हैं और बेटी के तरह मानती हैं। यही नहीं, दोनों पर जमानती धाराएं हैं और धमकी किसको दी गई और कैसे दी गई इसका उल्लेख तक नहीं है।  

कटघरे में न बैठने का विरोध

सुनवाई के दौरान कोर्ट रूम ठसाठस भरा रहा। पीडि़ता के वकील ने डॉ। निशांत को कस्टडी में न लेने व कटघरे में न बैठाने की जज से शिकायत की। इस पर जज ने डॉ। निशांत को कटघरे में बैठने का आदेश दिया। हालांकि उनके बैठने के लिए एक कुर्सी की व्यवस्था की गई।

Media & doctors की भीड़

कोर्ट के बाहर डॉक्टर्स व मीडिया का जमावड़ा लगा रहा। डॉ। परमेंद्र महेश्वरी वकीलों के साथ वहां पहले से मौजूद थे। हर कोई डॉक्टर्स के कोर्ट में पेश होने और जज के आदेश का वेट करता रहा। कोर्ट के पास से गुजरने वाले एक-दूसरे से इस केस के बारे में चर्चा कर रहे थे।