- बिजली विभाग और नगर निगम के जर्जर पोल बन रहे खतरा

BAREILLY:

शहर की सड़कों पर हर दस कदम पर बिजली के पोल गिरने का खतरा मंडरा रहा है। जंग खा चुके यह पोल पूरी तरह से गल चुके हैं। इनमें किसी वाहन की हल्की सी टक्कर लग जाए, तो इनके गिरने में देर नहीं लगेगी। सेटेलाइट पर सीएनजी के टैंकर से स्ट्रीट लाइट के गल चुके पोल से हुए हादसे के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने संडे को सेटेलाइट से एयर फोर्स तक और कंपनी गार्डेन से डेलापीर की सड़क पर लगे खंभों का रियलिटी चेक किया। 12 किलोमीटर लंबी दोनों सड़कों पर 31 जर्जर और तिरछे पोल मिले। शहर के बाकी हिस्सों में भी लगे पोल की दयनीय स्थिति है, जो कि किसी भी वक्त गिर सकते हैं और राहगीरों को चोटिल कर सकते हैं।

नम्बर-1 - सेटेलाइट से एयरफोर्स

यहां हैं खतरे की घंटी

बैरियर टू के पास, फिनिक्स मॉल, ट्यूलिप टॉवर, सौ फुटा रोड मोड़, आरयू के पास डोहरा मोड़, विजय फिलिंग स्टेशन के अपोजिट और सीएनजी पम्प के पास जर्जर पोल हैं।

नम्बर- 2 - कम्पनी गार्डेन से डेलापीर तक

यहां हैं खतरे की घंटी

बारादरी थाने के पास, ईट पजाया चौराहा, मॉडल टाउन चौकी, स्टेडियम के पास के पास पोल जर्जर और तिरछे हालत में पड़े हुए हैं, जो कि किसी भी वक्त गिर सकते हैं।

- सेटेलाइट से एयरफोर्स

- 7 किमी की दूरी।

- 50-50 मीटर पर बिजली के पोल और 25-25 मीटर पर लगे हैं स्ट्रीट लाइट के पोल।

- 4-5 फीट जमीन के अंदर होता है पोल का बेस।

- 840 के करीब बिजली के पोल और स्ट्रीट लाइट के पोल लगे हैं।

- 560 स्ट्रीट लाइट के पोल लगे हुए हैं।

- 280 बिजली के पोल लगे हुए हैं।

- 18 पोल जर्जर और तिरछे मिले।

- कम्पनी गार्डेन से डेलापीर तक

- 5 किमी की दूरी।

- 50-50 मीटर पर बिजली के पोल और 25-25 मीटर पर लगे हैं स्ट्रीट लाइट के पोल।

- 4-5 फीट जमीन के अंदर होता है पोल का बेस।

- 300 के करीब बिजली के पोल और स्ट्रीट लाइट के पोल लगे हैं।

- 100 बिजली के पोल लगे हुए हैं।

- 200 स्ट्रीट लाइट के पोल लगे हुए हैं।

- 13 पोल जर्जर और तिरछे मिले।

शहर में जो भी जर्जर पोल थे, मैक्सिमम बदले जा चुके हैं। यदि, कहीं रह गए हैं, तो उसे भी जल्द ही बदल दिया जाएगा। हमारी पहली प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा हैं।

अंशुल अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग

जो संबंधित कंपनी स्ट्रीट लाइट लगा रही है, वह पोल की स्थिति का आंकलन कर रही है। उनकी रिपोर्ट मिलने के साथ ही जो जर्जर पोल हैं उन्हें बदला जाएगा।

जितेंद्र, एसई, प्रकाश विभाग

आरोप गलत है। सीयूजीएल के टैंकर की टक्कर से नहीं बल्कि पोल जर्जर होने की वजह से गिरा है।

प्रकाश जैन, इंचार्ज, सीयूजीएल