- एक राष्ट्रीय पार्टी के पूर्व विधायक बीते 20 जुलाई को जांच में मिले थे पॉजिटिव

- जिला अस्पताल पूर्व विधायक का नौकर पहुंचा था दवाई लेने तो खुला राज

बरेली : पूर्व विधायक को पड़ोस में रहने वाली एक युवती से प्रेम-प्रसंग में शुरू हुआ। लेकिन दोनों के ही होश जब उड़ गए जब पता लगा कि दोनों ही जानलेवा वायरस एचआईवी की गिरफ्त में आ गए हैं। हालांकि अब दोनों का ही जिला अस्पताल में बने आईसीटीसी सेंटर से इलाज चल रहा है।

क्या है पूरा मामला

एक राष्ट्रीय पार्टी के एक 72 वर्षीय पूर्व विधायक ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस यानि एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। उनकी पड़ोस में रहने वाली 22 वर्षीय युवती भी एचआईवी पॉजिटिव हैं। जुलाई 2020 में उनकी जांच महाराणा प्रताप जिला संयुक्त चिकित्सालय के आइसीटीसी सेंटर में उनकी जांच हुई थी। जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव मिली थी।

ऐसे खुला राज

वैसे तो मामला पुराना है, लेकिन शनिवार को यह बात अस्पताल में चर्चा में आ गई। दरअसल, पूर्व विधायक का एक निजी कर्मचारी सैटरडे को जिला अस्पताल में एचआईवी संक्रमण का असर कुछ हद तक रोकने वाली दवा लेने पहुंचा था। यहां दवाई देने वाले ने जमा दस्तावेज से दवा लेने वाले शख्स की फोटो का मिलान किया। संबंधित शख्स दूसरा मिला तो दवा देने से मना कर दिया। इस पर कर्मचारी ने बताया कि विधायक जी की दवाई है। इस पर आस पड़ोस के लोग भी सकपका गए। पता चला कि राष्ट्रीय पार्टी के एक पूर्व विधायक एचआईवी पॉजिटिव हैं। कर्मचारी को दवा दे दी गई। इस पर कर्मचारी ने एक और शख्स की दवा मांगी। वजह, पूछी तो जो कर्मचारी ने बताया, उससे सभी चौंक गए। कर्मचारी के मुताबिक माननीय के पड़ोस में रहने वाली एक 22 वर्षीय युवती भी एचआइवी संक्रमित है। उसके लिए भी दवा ले जानी है।

पत्‍‌नी की नहीं कराई जांच

पूछताछ में पता चला कि पूर्व विधायक जब एचआईवी पॉजिटिव निकले थे, तो कांटेक्ट ट्रैसिंग के लिए टीम ने उनकी पत्‍‌नी का सैंपल लेने की इच्छा जाहिर की इस पर पूर्व विधायक ने पत्‍‌नी की जांच उन्होंने पत्‍‌नी की जांच नहीं कराई। बल्कि खुद ही उनके पड़ोस में रहने वाली युवती की जांच कराने को कहा था। जिसके बाद जांच में पड़ोस में रहने वाली युवती भी एचआईवी संक्रमित पाई गई।