-फर्जी स्कूलों के खिलाफ एक्शन के नाम पर पूरा किया कोरम

-बीएसए विभाग ने नहीं कराई फर्जी स्कूलों की लिस्ट प्रकाशित

>BAREILLY: स्कूलों के साथ-साथ विभाग ने फर्जी स्कूलों के खिलाफ एक्शन लेने की छुट्टी ले ली है। जिले में फर्जी स्कूल चल रहे हैं और इसकी पूरी डिटेल भी विभाग के पास मौजूद है। बावजूद इसके विभाग न जाने क्यों कार्रवाई से बच रहा है। फर्जी स्कूलों का संचालन बंद कराने की अपनी जिम्मेदारी को विभाग ने सिर्फ कुछ स्कूलों को नोटिस भेजने तक ही निभाई। अब जुलाई में स्कूल खुलने हैं। देखना यह है कि विभाग की नींद कब टूटती है और फर्जी स्कूलों के खिलाफ कब कार्रवाई होगी।

एक्शन नहीं कोरम किया पूरा

विभाग की फाइल में जिले के क्भ् ब्लॉकों में क्97 फर्जी स्कूल दर्ज हैं, लेकिन विभाग इस पर एक्शन नहीं ले रहा है। यह आंकड़ा जुलाई-ख्0क्ब् में जुटाया गया था। जिसमें से कुछ स्कूलों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी। शासन ने मार्च में निर्देश दिया था कि किसी भी ब्लॉक में फर्जी स्कूल चलने पर संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई होगी। बावजूद इसके फर्जी स्कूलों के खिलाफ अभियान नहीं चला।

बड़ों पर चुप्पी साधे विभाग

इस समय नगर क्षेत्र में अमान्य प्ले ग्रुप, प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल को मिलाकर कुछ ब्ख् स्कूल फर्जी हैं। जिनमें एक्शन के नाम पर विभाग ने एफआईआर दर्ज करा दी, लेकिन स्कूलों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई। जबकि फर्जी स्कूलों के खिलाफ एक लाख तक का जुर्माना विभाग लगाए जाने का प्रावधान है। कुछ छोटे स्कूलों पर कार्रवाई को छोड़ दें तो बड़े स्कूलों पर कोई एक्शन नहीं ि1लया गया।

न एक्शन लिया न किया प्रचार

शासन ने फर्जी स्कूलों पर एक्शन के साथ ही इनके बारे में आम अभिभावकों को बताने का काम भी विभाग को सौंपा था। बदायूं, शाहजहांपुर जैसे जिलों ने इस निर्देश का पालन किया और दैनिक अखबारों के माध्यम से फर्जी स्कूलों की लिस्ट पब्लिश कराई। इस विज्ञापन में अभिभावकों से अनुरोध किया गया कि वह छपे फर्जी स्कूलों में अपने बच्चे का एडमिशन न कराएं। जबकि बीएसए बरेली ने अब तक ऐसा कोई विज्ञापन नहीं प्रकाशित करवाया है।

फर्जी स्कूलों के खिलाफ एक्शन लेने की जिम्मेदारी संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गई है। अभी स्कूल बंद है, इसलिए ब्लाकों से इस संबंध में पूरी जानकारी नहंीं आ सकी है। हम एक्शन ले रहे हैं।

- देवेंद्र दत्त, बीएसए