-जिला महिला अस्पताल में महिला पुलिस कर रही उगाही

- महिला सिपाही की हरकत से तंग तीमारदारों ने किया प्रदर्शन

:::::::हॉफ कालम में: प्रति व्यक्ति 50 रुपए रिश्वत वसूलने का लगाया आरोप

BAREILLY

जिला महिला अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड में सिक्योरिटी के लिए तैनात महिला पुलिस पर वसूली के आरोप लगे हैं। भर्ती पेशेंट के तीमारदारों को मिलने के लिए प्रति व्यक्ति के हिसाब से सिपाही की मुट्ठी गरम करनी पड़ती है, तभी उन्हें वार्ड में एंट्री मिलती है, जो तीमारदार रिश्वत नहीं दे पाते हैं, वह पेशेंट से बिना मिले ही चले जाते हैं। सिपाही हरकतों से आजिज महिला वार्ड के तीमारदारों का सब्र जवाब दे गया, तो वेडनसडे उन्होंने प्रदर्शन कर विरोध जताया।

सुरक्षा की आड़ में वसूली का खेल

दो माह पहले बच्चा वार्ड से जच्चा-बच्चा चोरी होने के बाद हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने सिक्योरिटी के लिए महिला पुलिस की तैनाती की थी, लेकिन अब ये तीमारदारों के लिए समस्या का सबब बन गई हैं। तीमारदारों ने बताया महिला पुलिसकर्मी गेट बंद किये रहती है। जब तीमारदार एंट्री के लिए कहते हैं, तो उनसे प्रति व्यक्ति 50 रुपए मांगती है। बिना रुपए दिए वह एक भी व्यक्ति को एंट्री नहीं देती है।

खाना तक नहीं ले जाने दिया जाता

तीमारदारों की मानें तो महिला सिपाही की निरंकुशता का आलम यह है खाना के लिए भी अलग से रुपया लेती है। खाने के लिए 20 से 50 रुपए लेती है। तीमारदार देखकर मोलभाव करती है। यदि कोई तीमारदार खाने का सामान छिपा कर सिर्फ मिलने के लिए ही रुपया देकर अंदर जाता है, तो महिला सिपाही खाने का सामान बाहर करा देती है।

गुस्साए लोगों ने किया प्रदर्शन

वेडनसडे को भी जच्चा बच्चा वार्ड में अपने मरीज से मिलने पहुंचे परिवार वालों से जब स्टाफ ने रुपयों की मांग की तो गुस्साए लोगों ने हंगामा करने के साथ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हॉस्पिटल स्टाफ और अधिकारियों पर रिश्वत लेकर ही काम करने का आरोप लगाए। लोगों के प्रदर्शन शुरू करने के साथ ही ड्यूटी कर रहे स्टाफ के हाथ पांव फूल गए और वे वार्ड के अंदर वाले रूम में जाकर बैठ गए।

तबीयत बिगड़ने पर देर से मिलती है सूचना

वार्ड में कोई भी परिवार का सदस्य न होने पर मरीज की तबीयत बिगड़ने की सूचना काफी देर से मिल पाती है। ऐसे में कई बार मरीज को समय से इलाज नहीं मिल पाता। सूत्रों की मानें तो वार्ड में आने वाले मरीजों को बेसिक सुविधाएं तक नहीं मिलती है।

ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं हैं। यदि कोई तीमारदार लिखित शिकायत करता है, तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

डॉक्टर बीके शुक्ला, सीएमओ बरेली