वर्ष 2017 के आंकड़े
-560 कॉल्स कंट्रोल रूम पहुंची
-553 आग की घटनाएं सत्य पाई
-7 कॉल्स फर्जी पाई गई
-6 करोड़ 35 लाख की संपत्ति आग से जली
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यह हैं संसाधन
1- बाउजर
3-फायर वाटर टेंडर
2-बाइक
1-फायर हाइड्रेंट
12-सेफ्टी किट
2-ऑक्सीजन सिलिंडर
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स्टाफ की हकीकत शहर में
पद मौजूद कमी
एफएसओ 0 7
एसआई 1 8
फायरमैन 28 12
-थर्सडे सुबह बाकरगंज कूड़े के पहाड़ और आईवीआरआई कैंपस के कूड़े में लगी आग
- दोनों जगह मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाडि़यां बाकरगंज से बैरंग लौटीं
BAREILLY :
बाकरगंज के ट्रेंचिंग ग्राउंड में लगी आग को बुझाने पहुंची फायर बिग्रेड ने भी हाथ खड़े कर दिए। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में बाकरगंज के कूडे़ के ढेर में लगी भीषण आग की न्यूज पब्लिश होने के बाद सीएफओ केएन रावत ने आग बुझाने के लिए एक फायर वाटर बाउजर और एक फायर वाटर टेंडर गाडि़यों को मौके पर भेजा, लेकिन वह कूड़े के पहाड़ पर नहीं चढ़ सकी। लिहाजा, दोनों गाडि़यां आग बुझाने में नाकामयाब रहीं। जिसके बाद फायर बिग्रेड की गाडि़यां कभी इधर तो कभी उधर पानी छिड़काव कर वापस लौट गई। फायर अफसरों का कहना है कि उनके पास ऐसा कोई संसाधन नहीं है जिससे वह कूड़े के पहाड़ में लगी आग को बुझ्ा सकें।
आईवीआरआई कूड़े में लगी आग
आईवीआरआई कैंपस के अंदर थर्सडे सुबह आग कूड़े में आग लग गई। सूचना फायर बिग्रेड को मिली तो वहां पर फायर बिग्रेड की बड़ी गाड़ी भेजी गई, लेकिन बड़ी गाड़ी वहां तक नहीं पहुंच सकी। जिसके बाद दूसरी छोटी गाड़ी भेजी गई तो उसने मौके पर पहुंचकर पत्तों और कूड़े में लगी आग पर काबू पाया।
सीएफओ तर्क
-फायर बिग्रेड की गाडि़यां कूड़े के पहाड़ पर नहीं चढ़ सकती है, अगर चढ़ा दी तो फंस जाएगी
-कूड़े के पहाड़ के आसपास कहीं हाइड्रेंट नहीं लगे हैं। जब तक गाडि़यां पानी लेकर वापस जाती है तब तक आग और बढ़ जाती है।
-इस तरह की आग बुझाने में कई दिन क्या महीनों लगे जाएंगे, लेकिन इस दौरान शहर में भी कई जगह आग की कॉल आती है इसीलिए कूड़े की आग से जरूरी शहर की आग बुझाना है।
- कूड़े के पहाड़ पर छोटी गाड़ी चढ़ाकर आग बुझाने की कोशिश करेंगे तो गाड़ी को भी खतरा है।
-रोड पर गाड़ी खड़ी कर कूडे़ के पहाड़ की आग नहीं बुझाई जा सकती है क्योंकि एरिया अधिक है।
-नगर निगम बाकरगंज कूड़े के पहाड़ में लगी आग में आगे आए तो फायर डिपार्टमेंट भी मदद करने को तैयार है
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