- सुरों में पिरोये गए प्ले ने दर्शकों को झूमने पर किया मजबूर

- नामित दास, गोपाल तिवारी की जुगलबंदी ने किया लोटपोट

BAREILLY:

सर्द मौसम, हास्य व्यंग्य के चुटीले संवादों पर हाजिर जवाबी से खुशमिजाज माहौल और संगीत के सातों सुरों पर झूमती ऑडियंस, कुछ ऐसा ही नजारा रहा विंडरमेयर थिएटर फेस्ट के चौथे दिन। 10वें थिएटर फेस्ट सेलीब्रेशन में संडे को मुंबई के अर्पण व अंडरस्कोर रिकॉ‌र्ड्स थिएटर ग्रुप ने शुभा मुद्गल द्वारा लिखित और सुनील शानबाग द्वारा निर्देशत प्ले 'स्टोरीज इन अ सांग' प्ले का मंचन किया। जिसमें कलाकारों की दमदार परफार्मेस ने ऑडियंस को थिरकने पर मजबूर कर दिया। जो जहां था वहीं, थिरकता और गुनगुनाता नजर आया। प्ले के दौरान फेम एक्टर नामित दास और गोपाल तिवारी की जुगलबंदी देखते ही बन रही थी। प्ले में डॉ। बृजेश्वर सिंह, डॉ। गरिमा सिंह, नवीन कालरा और शिखा सिंह मौजूद रहीं।

एक शाम सुरों के नाम

जी हां, संडे को मंचित किए गए प्ले को अगर इस नाम से पुकारा जाए तो कोई गुनाह नहीं होगा। क्योंकि प्रस्तुत प्ले रंगमंच, साहित्य और इतिहास का एक संगीतमय कोलाज था। जिसमें परंपरा से लेकर अब तक के संगीत की विभिन्न धाराओं को एक सूत्र में पिरोया गया था। जिससे गुजरकर ऑडी में मौजूद हर ऑडियंस सुरों की बारिश से भीगते रहे। फिर चाहे वह क्लासिकल रहा हो या कव्वाली, पॉप, जैज, रॉक या कोई और। हर कहीं बस था तो संगीत और सुर। कलाकारों के साथ दर्शकों ने भी गुनगुनाने में कोई कसर बाकी नहीं रखी। कलाकारों की 'सूरत तेरी प्यारी रे सांवरिया', 'हरी की बंसी', 'ऋतु आई बरखा की नियराई कजरी' गीतों ने मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गौरतलब है कि प्रस्तुत प्ले में अंग्रेज हुकूमत, हजरत निजामुद्दीन औलिया, संगीतज्ञ गुरू शिष्या केतकी समेत करीब 5 कहानियों का मंचन हुआ।