-सीओ सिटी वन ने पुलिस टीम के साथ बाइक पर जाकर मारा था छापा

-थाना पुलिस से भी गोपनीय रखी गई थीं सूचनाएं, तीन सटोरिये गए जेल

BAREILLY: सट्टेबाजों का नेटवर्क काफी तगड़ा होता है और पुलिस से मिलीभगत के चलते वे आसानी से पकड़े नहीं जाते हैं। सट्टेबाजों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के अधिकारियों ने पूरी प्लानिंग की थी, इसी के चलते सीओ सिटी वन कुलदीप कुमार ने पुलिस टीम के साथ बाइक से सट्टेबाजों को पकड़ने गए थे और थानों की पुलिस को छापेमारी के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई थी। वेडनेसडे शाम पुलिस गिरफ्त में आए तीनों सट्टेबाजों को थर्सडे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।

प्रतीक हो जाता फरार

पुलिस ने वेडनसडे शाम बिहारीपुर, साहूकारा और वीरसावरकर नगर में छापेमारी कर सुनील, सुनील शर्मा और प्रतीक तिवारी को गिरफ्तार किया था। तीनों के पास से 5 लाख 72 हजार रुपए, 9 मोबाइल व अन्य सामान बरामद हुआ था। पुलिस सट्टेबाजों के बड़े नेटवर्क को क्रेक करना चाहती थी, इसलिए पूरे प्लान को गोपनीय रखा गया था। सीओ सिटी सभी जगह पुलिस टीम के साथ बाइक पर ही गए थे। जब थानों से पुलिस को साथ ले जाया गया तो बस यही कहा गया था कि उन्हें साथ चलना है। यही वजह रही कि जब पुलिस टीम बाइक से प्रतीक के घर पहुंची तो उसके घर के अंदर तक आसानी से पहुंच गई और वह पकड़ा गया। पुलिस की जीप ले जाने से उसे खबर हो सकती थी।

शौकीन की तलाश में जुटी पुलिस

पुलिस ने तीन सटोरियों से पूछताछ के बाद बरेली के एक और बड़े खिलाड़ी शौकीन को भी पकड़ने की पूरी तैयारी की थी। पुलिस ने उसके घर पर भी दबिश दी थी, लेकिन वह नहीं मिला था। वहीं पुलिस शाहजहांपुर के वेद व्यास की भी तलाश में जुट गई है। साहूकारा से फरार दो सगे भाइयों की भी पुलिस तलाश कर रही है। प्रतीक तिवारी के पास बदायूं से भी 5 लाख रुपए आने थे, लेकिन वह नहीं आए थे, नहीं तो पुलिस के हत्थे 10 लाख से अधिक रकम आती। एसपी सिटी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि आईपीएल व अन्य सट्टे के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा।