- डेढ़ घंटे तक राज्यपाल शहर में रुके, प्रशासनिक और पुलिस के आलाधिकारी रहे मौजूद

- इमरजेंसी में त्रिशूल एयरबेस तक तैनात की गई पुलिस फोर्स, सुरक्षित राजभवन को हुए रवाना

<- डेढ़ घंटे तक राज्यपाल शहर में रुके, प्रशासनिक और पुलिस के आलाधिकारी रहे मौजूद

- इमरजेंसी में त्रिशूल एयरबेस तक तैनात की गई पुलिस फोर्स, सुरक्षित राजभवन को हुए रवाना

BAREILLY: BAREILLY: देहरादून से लखनऊ लौटते वक्त बरेली पुलिस लाइन में फ्यूल लेने के लिए लैंड हुए राज्यपाल राम नाईक के हेलीकॉप्टर के गेट में तकनीकि प्रॉब्लम आ गई। हेलीकॉप्टर के गेट का बंद न होने से राज्यपाल का हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। एयरबेस से इंजीनियर्स भी बुलाए गए लेकिन डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद भी खराबी को दूर नहीं की जा सकी तो राज्यपाल त्रिशूल एयरबेस से राजकीय विमान से लखनऊ के लिए रवाना हुए।

कमिश्नर, डीएम एसएसपी पहुंचे

देहरादून से लखनऊ राजभवन के लिए राज्यपाल राम नाईक हेलीकॉप्टर उड़ा। करीब दिन में तीन बजे पुलिस लाइन में रिफिलिंग के लिए पुलिस लाइन में हेलीकॉप्टर उतरा। इस दौरान क्7 मिनट बाद राज्यपाल हेलीकॉप्टर में सवार हुए। हालांकि तकनीकि गड़बड़ी के चलते हेलीकॉप्टर का गेट बंद नहीं हो रहा था। इस दौरान पायलट ने दो से चार बार गेट फिट करने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद त्रिशूल एयरबेस से इंजीनियर बुलाए गए। वहीं सूचना पर कमिश्नर प्रमांशु, डीएम पंकज यादव, आईजी, डीआईजी, एसएसपी मौके पर पहुंचे और साथ में कई थानों की फोर्स भी पहुंच गई।

त्रिशूल एयरबेस से भरी उड़ान

करीब डेढ़ घंटे तक एयरबेस से बुलाई गई इंजीनियर्स की टीम हेलीकॉप्टर में आई खराबी को दूर करने में जुटी रही लेकिन कामयाबी नहीं मिली। वहीं राज्यपाल को इस दौरान पुलिस लाइन स्थित गेस्ट हाउस में बैठे रहे। गेट फिट नहीं बैठा तो त्रिशूल एयरबेस के स्टेशन कमांडर से बात की। इसके बाद करीब ब्.फ्फ् बजे राज्यपाल को बाई रोड एयरबेस ले जाया गया। राज्यपाल के काफिले को चौकी चौराहा होते पीलीभीत रोड से एयरबेस ले जाया गया। राजकीय विमान से राज्यपाल ने साढ़े छह बजे लखनऊ के लिए उड़ान भरी।

जनता करेगी फैसला

राज्यपाल राम नाईक ने मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को दोबारा मंत्रीपद की शपथ दिलाने के सवाल पर बड़ा बयान दिया। राज्यपाल ने कहा कि वह एक वैधानिक पद पर है। संविधान के दायरे में रहकर काम करते हैं। सुप्रीम कोर्ट की भी इस बारे में रुलिंग है। साथ ही, उन्होंने कहा कि गायत्री प्रसाद का मामला उच्च न्यायालय में है। इसलिए कुछ कहना उचित नहीं है। पर जनता सरकार की सारी गतिविधियों को बखूबी खुली आंखों से देख रही है और इस बारे में जनता फैसला लेगी। वहीं पीओके में सर्जिकल स्ट्रइाक पर पर कहा कि उरी में हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब किया है। सेना ने पीओके में जो बहादुरी दिखाई है, वह हिंदुस्तान ही नहीं इसके बाहर भी रहने वाले हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने सेना की इस कार्रवाई के लिए सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही सभी को बधाई दी।