- ठंड से हरी सब्जियों के फल-फूल हो रहे खराब

- उत्पादन हुआ कम, बढ़ने लगे सब्जियों के रेट

BAREILLY:

कोहरे के असर से हरी सब्जियां अभी से ही 'भाव' खाने लग गई हैं। गिर रहे कोहरे व गलन के चलते हरी सब्जियों के पौधे, फूल मुरझा रहे हैं तो फल की बाढ़ धीमी पड़ गयी है, जिससे उनके उत्पादन पर असर पड़ रहा है। डिमांड के हिसाब से हरी सब्जियों का आवक मार्केट में कम हो गया है, जिस वजह से सब्जियों के रेट बढ़ने के आसार भी बढ़ गए हैं। कुछ सब्जियों के रेट 5 रूपए प्रति केजी तक बढ़ भी गए हैं।

गलन से सब्जियां हो रही नष्ट

एक वीक पहले मौसम में जबरदस्त बदलाव देखने को मिला था। टेम्प्रेचर 24 डिग्री से गिरकर 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। टेम्प्रेचर की मार से गलन बना हुआ है। रात के वक्त कोहरा इतना अधिक गिर रहा है कि हरी सब्जियों के पौध में लगे फल बढ़ नहीं पा रहे हैं। वह यथावत स्थिति में पड़े हुए हैं। नए फूल निकलना बंद हो गए हैं, जो पहले से लगे हुए हैं वह गल जा रहे हैं। ऐसे में, हरी सब्जियों के उत्पादन में बड़ी कमी आयी है। मंडी से जुड़े लोगों ने बताया कि ठंड का असर सबसे अधिक मिर्च, टमाटर, बैंगन और मटर के पौधों पर पड़ रहा है।

सब्जियों की आवक हुई कम

उत्पादन पर असर पड़ने से हरी सब्जियों का आवक मंडी में कम हो गया है। मंडी एसोसिएशन से जुड़े लोगों ने बताया कि बरेली में रोजाना 60 ट्रक हरी सब्जियों की खपत हैं। सबसे अधिक मिर्च, आलू और प्याज की मांग होती है। जो डेलापीर मंडी से सिटी सहित आंवला, बहेड़ी और फरीदपुर के आढ़ती बिक्री के लिए ले जाते हैं। लेकिन, मंडी में इस समय 55 ट्रक ही हरी सब्जियां बरेली के आस-पास गांवों और दूसरे राज्यों से आ पा रहे हैं। किसान हरी सब्जियां मुहैया नहीं करा पा रहे हैं।

आवक कम रेट बढ़े

सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि मौसम की स्थिति यही रही तो हरी सब्जियों के रेट में अगले तीन-चार दिनों में काफी तेजी देखने को मिलेगी। मंडी में 15 रुपए केजी बिकने वाला टमाटर का रेट 20 रुपए केजी पर पहुंच गया है। जबकि, अदरक 10 रूपए प्रति केजी महंगा हो गया है। 40 रुपए केजी बिकने वाला अदरक 50 रूपए केजी बिक रहा है। वहीं अच्छी फली वाली मटर 40 से 45 रुपए केजी पर पहुंच गई है।

मौसम की मार से हरी सब्जियों के रेट पर असर पड़ रहा है। यही स्थिति रही तो साब्जियों के रेट में अच्छी-खासी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

सुनील कुमार, सब्जी विक्रेता, शहामतगंज मंडी