निर्भया को समझ रहे helpline
रेलवे स्टेशंस और ट्रेंस में वीमेन को परेशान करने वाले मनचलों की नकेल कसने के लिए निर्भया कार्ड का कांस्पेट सोचा गया। आर के भारद्वाज, एसपी रेलवे ने इस मुहिम को सपोर्ट किया। बरेली जंक्शन के साथ ही मुरादाबाद, सहारनपुर, रामपुर और गाजियाबाद में भी निर्भया कार्ड की शुरुआत की गई है। सोर्सेज ने बताया कि जानकारी कम होने के चलते सिटी और दूसरी जगहों से भी कुछ महिलाएं वीमेन हैरेसमेंट की शिकायत कर रही हैं। जीआरपी को उन्हें यह समझाना पड़ रहा है कि यह सेवा सिर्फ रेल में सफर के दौरान या स्टेशन पर ही ईव टीजिंग या हैरेसमेंट झेल रही महिलाओं के लिए अवेलेबल है। कहीं और उनके साथ होने वाली ऐसी घटनाओं के लिए पुलिस कंट्रोल रूम में कंप्लेन करें। फिर भी ऐसे कॉल्स का आना लगातार जारी है।

Complain पर quick responce   
निर्भया कार्ड में जीआरपी के 10 स्टेशन व आउटपोस्ट और मुरादाबाद व लखनऊ कंट्रोलरूम के नं। दिए गए हैं। जीआरपी के सब इंस्पेक्टर वेदपाल सिंह ने बताया कि किसी मनचले की हरकत से परेशान कोई महिला दिए गए नंबर्स पर कॉल करें तो उस पर क्विक एक्शन लिया जाएगा.जीआरपी ऑफिशियल्स को कंप्लेन मिलते ही फौरन विक्टिम की हेल्प के लिए फोर्स भेजने के निर्देश मिले हैं। विक्टिम अगर ट्रेन में जर्नी कर रही है तो ऑफिशियल्स अगले स्टेशन की जीआरपी से यह इंफॉर्मेशन शेयर करेंगे। जिससे अगले स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही विक्टिम की हेल्प की जा सके और इसके एक्यूज्ड को अरेस्ट कर कड़ी कार्रवाई की जा सके और ऐसे मामलों को बढ़ावा न मिले।

Public है confuse
निर्भया कार्ड में दिए गए नंबर्स पर लोग अभी थोड़ा कंफ्यूज्ड है। मुझे सुबह से कई फोन ट्रेनों की जानकारी के लिए आए। वहीं कुछ महिलाओं ने अननोन लोगों द्वारा धमकी देने और हैरेस किए जाने की कंप्लेन की। उन्हें बताया गया कि सिर्फ ट्रेन में सफर के दौरान होने वाली हैरेसमेंट की शिकायतों पर ही जीआरपी एक्शन लेगी।
- रंजन कुमार शर्मा, एसओ, जीआरपी बरेली जंक्शन

Report By : Govind Singh