-एसीएम व सीओ की मौजूदगी में हेल्थ डिपार्टमेंट ने राधा शर्मा के फर्जी हॉस्पिटल पर की कार्रवाई

-एक कमरे में रखा हुआ था इलाज करने का सामान, पुलिस ने लॉक तोड़कर निकाला गया सामान

>BAREILLY: करगैना में चल रहा 'मौत का दवाखाना' एडमिनिस्ट्रेशन से सीज कर दिया। फर्जी हॉस्पिटल को सीज करने की कार्रवाई वेडनसडे एसीएम व सीओ की अगुआई में पहुंची टीम ने की। इस दौरान फर्जी हॉस्पिटल से टीम ने इलाज में इस्तेमाल होने वाले सामान भी बरामद किए हैं। इस दौरान हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम भी मौजूद थी। हालांकि पुलिस अभी तक लेडी डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस उसकी जल्द गिरफ्तारी के दावे कर रही है।

बाहर पसरा हुआ थ्ा सन्नाटा

करगैना चौकी से चंद कदम की दूरी पर दाई राधा शर्मा के हॉस्पिटल में करीब ढाई बजे एसीएम एके अवस्थी, सीओ सेकेंड धर्म सिंह मार्छाल, करगैना चौकी इंचार्ज अमर सिंह, सीएससी क्यारा के एमओआईसी डॉक्टर अशोक कुमार, एसीएमओ डॉक्टर मनोहर लाल व अन्य हेल्थ डिपार्टमेंट के कर्मचारी व पुलिसकर्मी पहुंचे। उस वक्त मकान के बाहर सन्नाटा पसरा हुआ था। टीम ने आवाज दी तो राधा शर्मा के बेटे विकास ने गेट ओपन किया। जिसके बाद टीम तुरंत मकान के एक साइड में बने कमरों में तलाशी ली।

लेबर रूम को िकया लॉक

हॉस्पिटल सीज होने की कार्रवाई की जानकारी होने के चलते राधा के परिवार वालों ने सभी तीन कमरों का सामान एक कमरे में बंद कर दिया। टीम ने तीन कमरों की तलाशी ली तो सभी खाली मिले। उसके बाद एसीएम के आदेश पर पुलिस ने बंद रूम की चाबी राधा के बेटे से मांगी लेकिन उसने चाबी होने से साफ इनकार कर दिया। उसके बाद पुलिस ने कमरे की लॉक को तोड़ दिया। लॉक तोड़ते ही अंदर डिलीवरी में यूज होने वाला सामान मिल गया। हेल्थ टीम ने जांच की तो पता चला कि इसी को लेबर रूम बनाया गया था। हॉस्पिटल पर कार्रवाई होने की खबर जैसे ही मोहल्ले वालों को लगी तो कुछ तो राधा के घर के बाहर देखने पहुंच गए तो कुछ अपने घर के बाहर व छतों से देखने में लगे रहे।

जल्द लाओ अपनी मां को

हॉस्पिटल सीज करने पहुंचे सीओ ने राधा के बेटे विकास से कहा कि वह अपनी मां को जल्द से जल्द पेश करा दे नहीं तो उसके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं विकास ने कहा कि उसे नहीं पता कि मां कहां चली गई है। सीओ ने राधा के बेटे के साले से भी कहा कि वह जल्द उन्हें पेश करने में मदद करे।

बेटे को बना रही है डॉक्टर

राधा के पति कन्हई लाल की कई साल पहले मौत हो चुकी है। जिसके बाद वह प्रापर्टी डीलर मलखान सिंह के साथ रहने लगी। उसके दो बेटे अशोक कुमार व विकास व एक बेटी है। अशोक मोबाइल शॉप चलाता है और विकास रुहेलखंड मेडिकल कालेज से बीडीएस की पढ़ाई कर रहा है। कुछ दिनों बाद उसके प्रैक्टिकल भी होने वाले हैं।

हॉस्पिटल से यह मिला सामान

-2-लेबर टेबल, 24 यूरो बैग, 2 आईबी सेट, इमरजेंसी ट्रे में 3 ट्रेपिन इंजेक्शन, 1 बिटासिट के, 1 लिग्नोपैनडोल, 1 सुपर, 1 मेफाटाइन, दो ड्रेसिंग ड्रम, एप्रेन, 1 स्ट्रेलाइजर, व अन्य ।