- दोनों विभागों की वसूली हर महीने दो करोड़ के पार

- वसूली के डर से बचने में हो रहे आए दिन हादसे

BAREILLY:

हाईवे पर इन दिनों कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट और आरटीओ के अधिकारी वसूली का खूनी खेल खेल रहे हैं। आलम यह है कि चेकिंग की आड़ में ड्राइवर्स से मारपीट और वाहनों में तोड़-फोड़ करने तक के आरोप लगे हैं। हालात यह हैं कि इन अधिकारियों के खौफ से ड्राइवर जान बचाकर भाग रहे हैं। ऐसे में, एक्सीडेंट भी हो रहे हैं, जिसकी कीमत लोगों को जान देकर चुकानी पड़ रही है। ट्यूजडे रात हाईवे पर एक ट्रक ड्राइवर के साथ भी ऐसा ही हुआ। पुलिस और कॉमर्शियल डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने न सिर्फ ड्राइवर को बुरी तरह पीटा। बल्कि, ट्रक के शीशे भी तोड़ डाले। अपनी गर्दन बचाने के लिए अधिकारियों ने उल्टे ट्रक चालक के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करा दी, लेकिन, एफआईआर के मजमून में ही खेल पकड़ा गया। कामर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट ने इज्जतनगर थाने में जो एफआईआर दर्ज कराई है उसकी तहरीर में पुलिस कस्टडी से ट्रक ले भागने की एफआईआर करा दी, जबकि ट्रक पुलिस चौकी में खड़ा है और पुलिस अपनी कस्टडी से चुरा ले जाने से इनकार कर रही है।

पिछले कुछ दिनों में हाईवे पर इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। हाईवे पर मौत के इस खेल की सच्चाई क्या है आइए जानते हैं।

ड्राइवर को पीटा

दो दिन पहले कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के सचल दल ने गिट्टी लदे ट्रक संख्या यूपी 22 टी 2105 पकड़ा। अधिकारियों ने टैक्स चोरी करने की बात कहकर ड्राइवर से रिश्वत मांगने लगे। रिश्वत न मिलने पर टीम ने ट्रक को माल सहित जब्त कर अहिलादपुर पुलिस चौकी को सौंप दिया। यहीं नहीं ड्राइवर को बुरी तरह से पीटा। ट्रक का शीशा भी तोड़ दिया। हैरान करने वाली बात यह रही कि अधिकारियों ने उल्टे चालक और ट्रक मालिक द्वारा गाली-गलौच किए जाने का मामला भी दर्ज करा दिया।

कागज में कर दिया खेल

ट्रक यूनियन ने जब इस बात की शिकायत कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 से की तो अधिकारियों और पुलिस ने की गई कागजी कार्रवाई में ही खेल कर दिया। दरअसल गिट्टी लदा ट्रक पकड़े जाने के बाद कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट की इंफोर्समेंट टीम ने एक रसीद काट कर आहिलादपुर पुलिस चौकी को सौंप दिया कि जब तक जुर्माने का पैसा मिल नहीं जाता तब तक ट्रक को न छोड़ा जाए। चौकी इंचार्ज का यह कहना है कि ड्राइवर जब्त ट्रक को पुलिस कस्टडी से लेकर भाग निकला। भागने के दौरान ही ट्रक का एक्सीडेंट हुआ। ड्राइवर के साथ मारापीट नहीं की गई थी। उसका पीछा कर के बिथरी चैनपुर के पास पकड़ा गया।

कैसे टूटे ट्रक के शीशे

पुलिस की बात को यदि सही मान लिया जाए तो कस्टडी से ट्रक लेकर भागने पर कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट ने मामला क्यों दर्ज कराया। कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट के असिस्टेंट कमिश्नर अवनीश कुमार चौधरी ने पुलिस अभिरक्षा से ट्रक लेकर भागने और गाली-गलौज करने का मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज कराया। वहीं हाईवे अथॉरिटी का कहना है कि पिछले दो दिनों में हाईवे पर कोई एक्सीडेंट के मामले सामने नहीं आया है। ऐसे में, पुलिस और कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट की बातें संदेह के घेरे में आ खड़ी होती है कि फिर ट्रक के शीशे कैसे टूटे।

वसूली हादसे को दे रहा दावत

एक वीक पहले ट्रक की टक्कर से चरवाहा की मौत हो गई थी। लोगों ने जमकर हंगामा किया और हाईवे पर जमा लगा दिया। लोगों को यह आरोप था कि आरटीओ से वसूली से बचकर भागने के दौरान चालक से यह एक्सीडेंट हुआ। एक साल पहले बड़ा बाईपास पर वसूली के डर से भाग रहे एक ट्रक ड्राइवर की वजह से सात ट्रक आपस में भिड़ गए थे, जिसमें दो की मौत भी हो गई थी।

सवालिया निशान

- ट्रक के टूटे शीशे देख कर यह साफ है कि कांच डंडे से मार कर तोड़ा गया है।

- ट्रक का अगला टायर भी पंक्चर है।

- पुलिस कस्टडी से चालक ट्रक लेकर भागा तो फिर पुलिस की बजाय वाणिज्य कर विभाग ने क्यों मामला दर्ज कराया।

- पुलिस और अधिकारियों का कहना है कि ट्रक का एक्सीडेंट हुआ। इस वजह से शीशे टूटे हैं।

- जबकि, हाईवे अथॉरिटी पिछले दो दिनों में कोई भी एक्सीडेंट होने का दावा नहीं कर रहा है।

यह है उगाही का प्वॉइंट

- सेटेलाइट, रामगंगा, नकटिया, श्यामगंज, चाड़पुर मुडि़या।

यहां करे चेकिंग तो कोई दिक्कत ही नहीं

- बहेड़ी बॉर्डर, दोहना टोल टैक्स और जाधवपुर।

- 40 टन माल पर होती है एंट्री।

- 40 टन से एक क्विंटल भी माल अधिक होने पर 10 हजार रुपए तक की वसूली।

- 10-12 लाख रुपए हर महीने लीगल वसूली।

- 1.20 करोड़ रुपए हर महीने आरटीओ की इल्लीगल वसूली।

- 90 लाख रुपए हर महीने कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट की इल्लीगल वसूली।

इस बारे में मैं कुछ नहीं बता सकता। चेकिंग के दौरान ट्रक को जब्त कर पुलिस को सौंप दिया गया था.यही एफआईआर की तहरीर में लिखा भी है।

अवनीश कुमार चौधरी, असिस्टेंट कमिश्नर, कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट

वाणिज्य कर विभाग की टीम आए दिन चेकिंग के नाम पर वसूली करती है। सचल दल चालकों के साथ मारपीट भी करते हैं। जिस वजह से एक्सीडेंट की घटनाएं हो रहीं है।

रामकृष्ण शुक्ला, अध्यक्ष, यूपी रेता बजरी ट्रक यूनियन

पुलिस कस्टडी से कोई ट्रक छुड़ाकर ले जाता तो पुलिस की तरफ से एफआईआर दर्ज होती। पुलिस कस्टडी से कोई ट्रक छुड़ाकर नहीं ले गया। कामर्शियल टैक्स वालों ने तहरीर में अगर यह लिखा है तो गलत है। जांच में इस तथ्य पर फोकस किया जाएगा।

अशोक कुमार एसएचओ इज्जत नगर