-एसएसपी ने एसपी क्राइम को इस केस से जुड़े सभी केसेस की डिटेल जांच करने के दिए निर्देश

-अभी तक दो मर्डर, एक अटेंप्ट टू मर्डर, एक किडनैप व अन्य मामले आ चुके हैं सामने

BAREILLY: बारादरी थाना अंतर्गत हिस्ट्रीशीटर अनुज मिश्रा की गोली मारकर हत्या के केस में पुलिस तह तक जाएगी। इस केस से पहले दो मर्डर, एक अपहरण व एक अन्य मामला जुड़ा हुआ है। पुलिस की अभी तक की जांच में आया है कि इस केस से जुड़े लोग पुलिस को यूज कर अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। पुलिस इन सब केस के मास्टरमाइंड का पता लगाना चाहती है। एसएसपी ने एसपी क्राइम को इस केस से जुड़े सभी केस की गंभीरता से जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। एसएसपी ने गोली के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट को लेकर सस्पेंस की जांच कराने की भी बात कही है।

अपहरण का चश्मदीद बदल गया

अनुज मिश्रा ने पुलिस को बयान दिया कि ललित, मनोज और अनिल ने उस पर गोली चलाई है। जब पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि कुछ दिनों पहले ही ललित और मनोज पर धर्मेद्र के अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें अभी तक धर्मेद्र का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। यही नहीं पुलिस ने पूछताछ के बाद मनोज को छोड़ भी दिया क्योंकि मुकदमे में जिसने मनोज को चश्मदीद बताया था वह बाद में मुकर गया था।

सिर्फ नामजदगी के आधार पर भेजा जेल

इससे पहले शेरू की पत्‍‌नी का ललित से लिव इन रिलेशन भी सामने आया था। यही नहीं शेरू का सबसे पहले अवैध आटो स्टैंड चलाने को लेकर मर्डर हुआ था। इस मामले में 6 लोगों को नामजद किया गया था। पुलिस ने सिर्फ नामजदगी के आधार पर सभी को जेल भेज दिया था। इसके बावजूद कुछ दिनों बाद शेरू के हत्यारोपी श्याम का सुभाषनगर में मर्डर हो गया था। इसमें में भी पुलिस ने नामजदगी के आधार पर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस केस में कुछ दिनों पहले ही शेरू के भाई गब्बर ने कोर्ट में सरेंडर किया था। अब शेरू मर्डर के ठीक एक साल बाद शेरू के हत्यारोपी अनुज मिश्रा की हत्या की कोशिश की गई जिसमें भी तीन लोगों को नामजद किया गया है।

गोली के घाव की भी होगी जांच

पुलिस की जांच में आया है कि अनुज मिश्रा को जो गोली लगी है उसके एंट्री व एग्जिट प्वाइंट में कुछ अंतर है। बताया जा रहा है कि एंट्री प्वाइंट पर घाव बड़ा है अैार एग्जिट प्वाइंट पर छोटा। जबकि गोली लगने से इसके विपरीत होती है। एसएसपी ने इसे भी चेक कराने के लिए कहा है।