आज मैट्रिक्स कैरियर एकेडमी में सुबह 11 बजे से होगी स्टूडेंट्स और टीचर्स के साथ डिबेट

BAREILLY: दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की मिलेनियल्स स्पीक टी-प्वाइंट डिबेट में वेडनसडे को महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में पहुंचे। डिबेट में स्टूडेंट्स शामिल हुए। इसमें यूथ ने अपनी बेबाक राय रखी कि आगामी लोकसभा चुनाव में वह कैसा नेता चुनना चाहते हैं। स्टूडेंट्स की डिबेट में करप्शन, आरक्षण सिक्योरिटी, एजुकेशन, महिला सिक्योरिटी और देश की सिक्योरिटी की मुद्दा छाया रहा। यूथ ने राय रखते हुए कहा कि साफ छवि और यूथ के साथ आरक्षण को खत्म करने पर जो बात करेगा, उसको यूथ का साथ मिलेगा। ताकि वह यूथ और देश दोनों की समस्याओं के लिए काम कर सके।

आरक्षण से बढ़ रहा जातिवाद
डिबेट की शुरूआत विशाल सक्सेना ने की, उन्होंने कहा कि हमारे देश में अब आरक्षण खत्म होना चाहिए। क्योंकि जब आरक्षण लागू हुआ था तब यही तय हुआ कि तय समय के बाद आरक्षण अपने आप खत्म हो जाएगा। तभी दीप्ती ने कहा कि आरक्षण जातिगत जो दिया जा रहा है वह गलत है। आरक्षण सिर्फ उन्हीं को लोगों को मिल पाता है जो संपन्न भी हैं। तभी विभोर ने उनकी बात को ब्रेक देते हुए कहा कि हमारे यहां शिक्षा के सिस्टम में सुधार की जरूरत है, लेकिन हमारे यहां पर शिक्षा का स्तर सिर्फ प्राइमरी में गिरा है, हायर में नहीं। क्योंकि एमबीए और बीबीए के लिए सरकारी कॉलेज को ही चुनते हैं लेकिन बेसिक एजुकेशन के लिए प्राइवेट स्कूल चुनते हैं। इसका मतलब साफ है कि बेसिक एजुकेशन सिस्टम में सुधार हो। तभी डिबेट में मौजूद सचिन ने कहा कि यह बात बिल्कुल सही है हमारे यहां बेसिक स्कूल के टीचर भी इस बात को अच्छी तरह जानते हैं। इसे सुधारने के लिए सरकार को कुछ भी नहीं करना चाहिए बस एक रूल्स लागू कर दे कि जो सरकारी इम्प्लॉय होगा वह अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में पढ़ाएगा। इससे शिक्षा का स्तर अपने आप ही सुधर जाएगा।

बेरोजगारी बड़ा संकट
डिबेट में शामिल भूपेन सिंह ने कहा कि हायर एजुकेशन लेने के बाद भी लोगों को घर बैठना पड़ता है। इंप्लॉयमेंट की क्राइसिस कम होने की जगह बढ़ रही है। इसके लिए सरकार को स्किल बेस्ड एजुकेशन देना चाहिए। ताकि बेरोजगारी में कमी लाई जा सके। तभी भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार स्किल बेस्ड एजुकेशन पर जोर तो देर रही है, लेकिन उसका स्टूडेंट्स को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। रीजन बेरोजगारी बढ़ रही है। तभी बेरोजगारी की बात को ब्रेक देते हुए राजेन्द्र ने कहा कि महिला सिक्योरिटी भी अहम मुद्दा है, महिला सिक्योरिटी के लिए सरकार काम तो कर रही है लेकिन वह प्रभावी नहीं है। इसीलिए आज भी महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पाती हैं। तभी खुशबू ने कहा कि हां यह बात सही है कि महिला सिक्योरिटी के लिए कानून तो बहुत बने हैं, लेकिन वह प्रभावी उतना नहीं हो पाए जितना होना चाहिए। इसीलिए महिला सिक्योरिटी भी गंभीर विषय है।

सिक्योरिटी भी अहम मुद्दा
बात सिक्योरिटी की आई तो विशाल सक्सेना ने कहा कि इस समय सबसे अहम मुद्दा देश की सिक्योरिटी को लेकर है। पाकिस्तान हमारे देश के जवानों पर हमला कर रहा है। इसका ठोस उपाय होना चाहिए। ताकि आतंकवाद पर अंकुश लग सके। तभी बात को ब्रेक करते हुए खुशबू ने बात स्मार्ट सिटी की तरफ पहुंचा दिया। कहा हमारा शहर स्मार्ट सिटी में शुमार कर गया है। हम चाहते हैं कि स्मार्ट सिटी बन जाए लेकिन हमें कुछ भी न करना पड़े, यह गलत है। स्मार्ट सिटी के लिए कोई और नहीं बल्कि उसके नागरिकों को पहले ही स्मार्ट होना होगा। तभी शहर स्मार्ट होगा। इस पर सभी ने हामी भी भरी।

मेरी बात
शिक्षा के सिस्टम में सुधार की आवश्यकता है। इसके साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं ताकि देश में बेरोजगारी कम हो सके। शिक्षा की हालत सुधर जाएगी तो बेरोजगारी में कमी जरूर आएगी। क्योंकि आजकल हम देखते हैं जो सरकारी टीचर्स हैं वह अपने बच्चों को सरकारी स्कूल से दूर रखते हैं। क्योंकि उन्हें पता है कि वह स्कूल में क्या पढ़ाते हैं।

 

 


विभोरशर्मा

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कड़क बात

डिबेट के दौरान एक तरफ आरक्षण खत्म करने की बात कुछ स्टूडेंट्स कर रहे थे। उनका कहना था कि जाति के हिसाब से जो आरक्षण दिया जा रहा है इससे लगता है कि सरकार भी जातिवाद को बढ़ावा दे रही है। स्टूडेंट्स का कहना था कि आरक्षण जब तक खत्म नहीं होगा तब तक जातिवाद भी खत्म नहीं हो सकता। इसीलिए जातिगत आरक्षण को तो बिल्कुल खत्म कर देना चाहिए।

सतमोला खाओ कुछ भी पचाओ

डिबेट में आरक्षण को लेकर अधिकांश का मत था कि आरक्षण खत्म होना चाहिए। क्योंकि आरक्षण से सिर्फ जातिवाद को बढ़ावा मिल रहा है, लेकिन कुछ लोगों का कहना था कि जातिवाद आरक्षण खत्म कर आर्थिक स्थिति को देखकर आरक्षण देना चाहिए। ताकि जरूरतमंद लोगों को उसका लाभ मिल सके। आरक्षण को खत्म नहीं करना चाहिए। आरक्षण की आज भी जरूरत है।


पब्लिक की बात

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इस समय हम सभी के लिए देश की सिक्योरिटी अहम मुद्दा है। जो देश की सिक्योरिटी की बात करेगा, यूथ उसी के साथ होगा। क्योंकि यूथ अब गुमराह नहीं होगा।

शुभम

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-महिला सुरक्षा के साथ देश की सुरक्षा की बात हो। तभी महिला यूथ का साथ मिलेगा, लेकिन हर बार दावे तो होते है लेकिन महिलाएं सुरक्षित महसूस करें तभी तो लगेगा महिला सुरक्षा पर काम हुआ।

दीप्ती श्रीवास्तव

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-करप्शन पर अंकुश लगाने के लिए हम सभी को संकल्प करना होगा तभी करप्शन पर अंकुश लगाया जा सकता है। सरकारी तंत्र इतना भ्रष्ट हो गया है कि बगैर रिश्वत के कुछ कराना ही नहीं चाहता।

भूपेन कौशल

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एजुकेशन सिस्टम में बदलाव हो ताकि पढ़े लिखे लोगों को रोजगार मिल सके, लेकिन एजुकेशन लेने के बाद भी लोग रोजगार के लिए भटकते हैं यह एक गंभीर समस्या है।

भूपेन्द्र सिंह

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-स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की जरूरत है, सुधार नहीं होने से ही पब्लिक परेशान होती है। स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार भरपूर पैसा खर्च कर रही है, लेकिन हकीकत क्या है वह पब्लिक जानती है।

विशाल सक्सेना

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-सरकार की तरफ से जो भी योजनाएं लागू होती हैं, उसका लाभ पात्रों को कम और अपात्रों को अधिक मिल जाता है। रीजन इसके लिए प्रभावी ढंग से लागू नहीं कराया जाता है।

खूशबू