-दिल्ली की कंपनी के कर्मचारियों को आकर देनी है ट्रेनिंग

-बवाल पर नजर रखने के लिए दो महीने पहले आया था कैमरा

BAREILLY: सिटी में होने वाले बवाल के दौरान उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरा मंगाया गया था। लेकिन ट्रेनिंग के अभाव में यह कैमरा बेकार साबित हो रहा है। वहीं सिटी में लगातार बवाल हो रहे हैं। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से मंगाया गया कैमरा सिर्फ सफेद हाथी बनकर रह गया है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ट्रेनिंग कराकर इसे चालू कराया जाएगा।

टेस्ट भी किया गया था

अलग-अलग शहरों में साम्प्रदायिक व अन्य तरह के बवाल और बवाल कराने वाले खुराफातियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे कई बड़े शहरों में भेजे गए थे। बरेली में भी अप्रैल माह में एक ड्रोन कैमरा आया था। इस कैमरे की कीमत करीब भ् लाख रुपए है। यह कैमरा क्00 मीटर की ऊंचाई के साथ ख्00 मीटर एरिया को कवर कर सकता है। इसे दिल्ली की कंपनी से खरीदा गया है। कंपनी के लोगों ने इसका टेस्ट करके भी आरआई को दिखाया था लेकिन बाद में अन्य पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग देने की बात हुई थी। दो माह गुजरने के बाद भी इस कैमरे को चलाने की ट्रेनिंग का कुछ अता-पता नहीं है।

अब तक हो चुके तीन बड़े बवाल

कैमरा आने के बाद ही सिटी में तीन बवाल हो चुके हैं। इनमें सुर्खा बानखाना, कुतुबखाना और करमपुर चौधरी मेन हैं। सबसे बड़ा बवाल कुतुबखाना का हुआ जिसमें हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे। इस कैमरे से सभी खुराफातियों पर नजर रखी जा सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।