-नवरात्र और दशहरा को देखते हुए रोडवेज ने की तैयारी, 23 अक्टूबर से चलेंगी सभी बसें
-जून के मुकाबले सितंबर के महीने यात्रियों की बढ़ी संख्या, सितंबर में 16 लाख यात्रियों ने किया सफर
-23 अक्टूबर से 28 अक्टूबर के बीच में चालकों और परिचालकों की छुट्टी को निरस्त करने के निर्देश
बरेली : कोरोना से राहत और आगामी त्यौहारों को देखते हुए रोडवेज ने अपनी सभी बसों को 23 अक्टूबर से सड़कों पर उतारने का फैसला लिया है। शासन की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि त्यौहार पर पैसेंजर्स की आवाजाही को देखते हुए ज्यादातर बसों का संचालन शुरु कर दिया जाए जिससे पैसेंजर्स को आने जाने में कोई परेशानी न हो, हालांकि इस दौरान कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने जैसे रूल्स भी पैसेंजर्स को फॉलो करना होंगे।
25 अक्टूबर को है दशहरा
पहले नवरात्र और उसके बाद 25 अक्टूबर को दशहरा है, जबकि अगले महीने दीवाली है। ऐसे में लोग बड़ी तादाद में न सिर्फ आवागमन करते हैं बल्कि शहर से पूर्णागिरी टनकपुर रुपैडिहा सोनौली जैसी जगहों पर भी जाते हैं। ऐसे में शासन की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि 23 अक्टूबर से सभी रुटों पर ज्यादा से ज्यादा बसों का संचालन किया जाए जिससे पैसेंजर्स को किसी तरह की परेशानी न हो। इसके साथ यह भी देखा जाए कि जिस रूट पर पैसेंजर्स ज्यादा हो। वह पर यात्रियों की उपलब्धता को देखते हुए ज्यादा बसें चलाई जाएं, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग अपने गंतव्य तक पहुंच सके।
145 बसों को किया गया था सरेंडर
रूहेलखंड डिपो और बरेली डिपो के पास 402 बसें हैं जबकि बदायूं और पीलीभीत डिपो को मिलाकर रीजन में छह सौ से अधिक बसें हैं। कोरोना के चलते जब यात्रियों की संख्या कम हुए तो 145 बसों को सरेंडर कर दिया गया था। अब इन बसों में 71 बसों को फिर से सड़क पर उतार दिया गया है जबकि बाकी बसें 23 अक्टूबर से चलने लगेंगी।
कोरोना कंट्रोल, पैसेंजर्स बढ़े
जून के महीने में जहां नौ लाख 90 हजार यात्रियों ने सफर किया था। वहीं यह आंकड़ा सितंबर में 16 लाख हो गया है।
इस तरह से बढ़ी पैसेंजर्स की संख्या
जून नौ लाख 90 हजार
जुलाई नौ लाख 78 हजार
अगस्त 13 लाख 47 हजार
सितंबर 16 लाख सात हजार
23-28 अक्टूबर के बीच ड्राइवर और कंडक्टरों की छुट्टी निरस्त
नवरात्र और दशहरा को देखते हुए 23 अक्टूबर से 28 अक्टूबर के बीच चालक परिचालक और पर्यवेक्षक की छुट्टी निरस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ पैसेंजर्स को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। वहीं अगर चालक परिचालक मास्क बिना पकड़े जाते हैं तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
त्यौहारों को देखते हुए सभी बसों को आन रोड करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे पैसेंजर्स को कोई समस्या न हो। हम जिन बसों को सरेंडर किए थे, अब वह सभी बसें सड़कों पर होगी।
चीनी प्रसाद, एआरएमओ कार्मिक, बरेली डिपो
बरेली डिपो
156-बसें निगम की साधारण
18-जनरथ एसी बसें निगम की हैं
27-बसें अनुबंधित इसमें सात एसी शताब्दी हैं
201-बसें हैं टोटल बरेली डिपो के पास
रूहेलखंड डिपो
157-बसें निगम की साधारण
13-जनरथ एसी बसें एसी निगम की हैं
31-अनुबंधित बसें हैं जिसमें 9 एसी शताब्दी हैं
201-बसें हैं टोटल रूहेलखंड डिपो के पास
बदायूं
131-बसें निगम की हैं
16-बसें अनुबंधित हैं जिसमें से 11 एसी शताब्दी हैं
112-बसें हैं टोटल बदायूं डिपो के पास
पीलीभीत
131-बसें निगम की हैं
39-बसें हैं अनुबंधित
170-बसें हैं टोटल डिपो के पास
684-बसें हैं टोटल बरेली रीजन में
4-डिपो आते हैं बरेली रीजन में
201-बसें हैं बरेली डिपो की
170-बसें हैं पीलीभीत डिपो की
112-बसें हैं बदायूं डिपो की
1-करोड़ 10 लाख से अधिक थी प्रतिदिन रोडवेज की इनकम