-मामला सामने आने के दूसरे दिन भी पुलिस खाली हाथ, परिजन भी परेशान

BAREILLY: कोतवाली थाना अंतर्गत मेडिकल छात्र अनुराग के अपहरण और एक करोड़ की फिरौती के मामले में पुलिस बस एक फोन कॉल का वेट कर रही है। पुलिस को अभी तक फिरौती वाले नंबर की कॉल डिटेल नहीं मिल सकी है। पुलिस वेडनेसडे सुबह 11 बजे से अनुराग का पता लगाने में जुटी हुई है लेकिन कई घंटे बाद भी रिजल्ट जीरो है। पुलिस के साथ-साथ अनुराग के पिता व रिश्तेदार भी पुलिस के साथ लगे हुए हैं लेकिन कोई लिंक नहीं मिल रहा है। अनुराग के परिजनों ने किसी दुश्मनी से भी इनकार किया है। पुलिस और सर्विलांस की टीमें लगातार वर्क कर रही हैं।

मोबाइल में लगाकर रखता था पैटर्न लॉक

पुलिस की जांच में आया है कि अनुराग की 30 अप्रैल के बाद लास्ट लोकेशन बरेली की है। उसके बाद से ही उसके दोनों मोबाइल स्विच ऑफ जा रहे हैं। पुलिस ने जब उसके मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकाली तो उसमें सामने आया कि उसके मामा की लड़की से ज्यादातर बात होती रहती थी। यही नहीं उसके दोस्तों ने बताया कि वह रात में कई-कई घंटे बात करता था। यही नहीं जब भी दिन में टाइम मिलता था तो वह बात करता था लेकिन वह किससे बात करता था इस बारे में उन्हें नहीं पता था कि क्योंकि वह मोबाइल में पैटर्न लॉक लगाकर रखता था। पुलिस ने जब अनुराग मामा की लड़की से बात की तो पता चला कि मामा की लड़की घर पर ही मौजूद है। यही नहीं हरदोई निवासी उसका मामा भी उसकी तलाश में पिता के साथ लगा हुआ है।

बीएसएनएल से एयरटेल में पोर्ट हुअा है नंबर

पुलिस जांच में आया कि जिस नंबर से अनुराग के पिता हाकिम सिंह को 1 करोड़ की फिरौती के लिए फोन आया था वह नंबर पंजाब में बीएसएनएल का था, लेकिन नंबर मार्च 2016 में बरेली में एयरटेल में पोर्ट किया गया था। पुलिस ने एयरटेल से संपर्क किया तो नंबर पोर्ट कराने वाले के बारे में कोई डिटेल नहीं मिल सकी। इसकी वजह एक राज्य से दूसरे राज्य में नंबर पोर्ट होना है। अब एयरटेल की ओर से हेड ऑफिस मेल भेजकर काल डिटेल मंगाई गई है। यही नहीं दूसरी ओर न तो अनुराग का फोन तबसे ऑन हुआ है और न ही फिरौती करने वाले का। यदि दोनों में से कोई भी नंबर ऑन हो जाए या फिर इन नंबरों पर कोई कॉल आए या की जाए तो पुलिस का काम आसान हो जाए।

अनुराग का पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सर्विलांस की टीम लगातर वर्क कर रही है।

समीर सौरभ, एसपी सिटी बरेली