-रोडवेज की 50 बसें व टैंपो ऑटो बनेंगे जाम का मुख्य कारण

बरेली : डायवर्जन को हरी झंडी मिलते ही लालफाटक रेलवे क्रा¨सग पर बुधवार से तेजी से निर्माण शुरू हो गए। रात 12 बजे से डायवर्जन लागू होने के बाद गुरुवार को चौपुला चौराहा, बदायूं रोड के ओवरब्रिज और बुखारा रोड से फरीदपुर होकर बड़ा बाईपास जाने वाली सड़क पर यातायात का दबाव बढ़ना है। यातायात पुलिस की ड्यूटी चौपुला पर अगले 90 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। वहीं, तैयारियों में नगर निगम, परिवहन विभाग और यातायात विभाग के अधिकारी जुटे रहे।

अफसर जुटे रहे

लाल फाटक ओवरब्रिज निर्माण के लिए रेलवे को पांच फाउंडेशन व पिलर बनाने हैं। इसके लिए रेलवे ने जिला प्रशासन से 90 दिन का रोड ब्लाकेज मांगा था। जिसकी रुपरेखा तैयार कर जिला प्रशासन ने रेलवे ने गुरुवार से रोड ब्लाकेज रेलवे को दिया है। एसपी ट्रैफिक की अध्यक्षता में हुई रूट डायवर्जन पर रोडवेज, आरटीओ, सेतु निगम, ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक कर इसमें अंतिम मुहर लगाई जा चुकी है। रूट डायवर्जन बुधवार रात 12 बजे से प्रभावी हो रहा है। इससे पहले नगर निगम की ओर से करगैना (नेकपुर) पुल के पास साफ-सफाई की गई। इसके अलावा रोडवेज के अधिकारियों ने भी स्थलीय निरीक्षण किया। ताकि यहां बसों को स्टापेज दिया जा सके। वहीं यातायात पुलिस ने जाम न लगे इसके लिए अतिरिक्त यातायात सिपाही व होमगार्डों की भी व्यवस्था की है। जिससे की यातायात प्रभावित न हो।

देर शाम लगाए गए साइन बोर्ड

करगैना (नेकपुर) पुल के पास से बसों को ठहराव व यहीं से वापस भेजे जाने के लिए बुधवार देर शाम यातायात पुलिस की ओर से साइन बोर्ड लगाए गए। बसों और भारी वाहनों को चौपुला और फरीदपुर दोनों रूट से गुजारा जाना है, इसलिए दोनों रूट पर व्यवस्था ठीक कराई गई।

रोडवेज ने यह की है व्यवस्था

रोडवेज बरेली डिपो के एआरएम राम बाबू यादव व रुहेलखंड डिपो के एआरएम राजेश कुमार ने बुधवार को एसपी ट्रैफिक को लाल फाटक ओवरब्रिज निर्माण के चलते रोड ब्लाकेज पर परिवर्तित मार्ग की लिस्ट दी। जिसमें रोडवेज के अधिकारियों ने सभी रूट पर जाने वाली बसों का परिवर्तित मार्ग उपलब्ध कराया।

मार्ग का नाम - परिवर्तित मार्ग का नाम - किराया

टनकपुर-पीलीभीत-बरेली-बदायूं - सेटेलाइट-फरीदपुर-बुखारा-बदायूं (इसी मार्ग से वापसी) - 36 रुपये की बढ़ोतरी

हल्द्वानी-रुद्रपुर-बरेली-बदायूं - सेटेलाइट-फरीदपुर-बुखारा-बदायूं (इसी मार्ग से वापसी) - 36 रुपये की बढ़ोतरी

बदायूं दिशा से बरेली तक - करगैना पुल (नेकपुर) तक केवल बाहरी डिपो की बसों के लिए - पांच रुपये किराया कम

बरेली -बदायूं - चौपुला पुल से होकर बरेली नगर में स्थानीय डिपो बरेली व रुहेलखंड डिपो की बसों को कार्यशाला (मेंटीनेंस) होने के कारण आने-जाने की अनुमति रहेगी

करगैना पुल टर्निंग प्वाइंट - करगैना पुल टर्निंग प्वाइंट पर परिवहन निगम के कर्मचारी 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे

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रेलवे ने शुरु किया काम

साढ़े चार वर्षों से लाल फाटक क्रा¨सग पर फोरलेन ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। बदायूं छोर पर सेतु निगम अपने हिस्से का काम पूरा कर चुका है। अब रेलवे को अपने हिस्से के निर्माण कराने है। रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर ने तेजी से कार्य पूरा करने के लिए 90 दिन का यातायात डायवर्जन मांगा था। जिसे गुरुवार दो अगस्त से जिला प्रशासन ने दिया है। रेलवे एक्सईएन रवि प्रकाश ने बताया कि जिला प्रशासन ने गुरुवार से रोड ब्लाकेज दिया है। रेलवे पहले ही तेजी से कार्य कर रहा था। अब रोड ब्लाकेज होने से शेष रह गए पांच फाउंडेशन व पिलर बनाने के काम तेजी से करेगा। कोशिश रहेगी कि रेलवे अपने हिस्से का काम 90 दिन से पहले ही पूरा कर ले।

टर्निंग प्वाइंट पर जाम का कारण बनेंगी रोडवेज व आटो

बदायूं पुल के दोनों ओर टर्निंग प्वाइंट पर जाम का मुख्य कारण बरेली व रुहेलखंड डिपो की 50 बसें बनेंगी। रोडवेज की बसें लंबी होने के कारण आने व जाने दोनों समय पुल के घुमाव में जाम का कारण बनेंगी। इसके अलावा आटो व टैंपो चालकों की मनमानी भी जाम का मुख्य कारण बन सकती है। जिसका खामियाजा जनता को झेलना पड़ेगा।

सेतु निगम ने भी पकड़ी रफ्तार

रेलवे ने काम तेजी से करने के लिए ब्लाकेज मांगा है। जिसका फायदा उठाते हुए सेतु निगम ने भी तेजी से कार्य करना शुरू कर दिया है। बता दें कि कैंट साइट सेतु निगम को 250 मीटर पुल निर्माण का कार्य करना है। जिसके लिए बुधवार को पिलर बनाने का काम किया गया।