- अपर नगर आयुक्त के ड्राइवर को थर्सडे शहर विधायक के भतीजे ने पीटा था

- मुकदमा दर्ज होने तक हड़ताल पर अड़े रहे कर्मचारी ताला खुला, गिरफ्तारी की मांग शुरू

BAREILLY:

नगर विधायक अरुण कुमार के भतीजे अमित के सिर पर सवार सत्ता का सुरुर उतरने का नाम नहीं ले रहा है। फ्राइडे दिन में जहां उसके खिलाफ अपर नगर आयुक्त के ड्राइवर से मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज हुई। वहीं देर राजेंद्र नगर में दीनानाथ लस्सी के सामने डेलापीर स्थित जीएम विस्तारा होटल के मालिक के ड्राइवर धनपाल को बुरी तरह पीटा। देर रात धनपाल अपनी बाइक से जा रहा था तभी वहां अमित की कार और धनपाल बाइक के बीच मामूली टक्कर हो गई इसी बात पर बेल्ट और डंडे से धनपाल को पीटकर घायल कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने अमित को हिरासत में ले लिया। और रात करीब डेढ़ बजे मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया।

अपर नगर आयुक्त के ड्राइवर को पीटने के मामले में कर्मचारियों ने फ्राइडे को भी कार्यालयों में तालाबंदी कर दी। सिटी मजिस्ट्रेट ने कर्मचारियों को मनाने की कोशिश की लेकिन असफल रहे और कर्मचारी एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। दोपहर तीन बजे कोतवाली पुलिस ने विधायक के भतीजे अमित और राहुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली, तब जाकर हड़ताल खत्म हुई। पुलिस ने भतीजे के खिलाफ शासकीय काम में बाधा, लूट, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। कर्मचारियों ने मेयर, नगर आयुक्त और अपर नगर आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों के ऑफिस में भी ताला जड़ दिया था।

मेयर कार्यालय में जड़ा ताला

नगर आयुक्त हैदराबाद मीटिंग गए हैं ऐसे में, वहां पहले से ही ताला था, लेकिन मेयर कार्यालय को खोलने पहुंचे कर्मचारी को कर्मचारी संगठन पदाधिकारियों ने फटकार लगाकर ताला बंद करा दिया। दूसरी ओर, अपर नगर आयुक्त समय से ऑफिस पहुंचे, लेकिन उन्हें कार्यालय में घुसने नहीं दिया गया। ताला बंद रहा और अपर नगर आयुक्त को दूसरे कैमरे में कुर्सी मिली। कार्यालय में सभी कार्यो पर प्रतिबंध लगा रहा। कर्मचारियों ने मुख्य गेट पर ही ताला जड़ दिया था, जिसकी वजह से कोई अधिकारी अंदर नहीं घुस सका। सुबह जो भी पहुंचे थे उन्हें कर्मचारियों ने वापस घर भेज दिया और आंदोलन की चेतावनी दी।

24 घंटे बाद दर्ज हुआ मुकदमा

थर्सडे शाम को ड्राइवर के साथ भाजपा शहर विधायक डॉ। अरुण कुमार के भतीजे अमित और उसके साथी राहुल व अन्य ने पार्किग के दौरान मारपीट की थी। जिससे नाराज होकर कर्मचारियों ने तत्काल कार्रवाई की मांग की थी। वहीं, कार्रवाई न होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी थी। अपर नगर आयुक्त ने तत्काल लिखित शिकायती पत्र पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर कोतवाली भिजवा दी थी। करीब 24 घंटे गुजरने के बाद भी पुलिस सत्ताधारी जनप्रतिनिधि के भतीजे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने में आनाकानी कर रही थी, लेकिन कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े रहे और आखिरकार मुकदमा दर्ज हुआ।

पीडि़त ने कहा हो गिरफ्तारी

एफआईआर दर्ज हो गई लेकिन आरोपी अभी गिरफ्तार नहीं हुआ। यह कहना है पीडि़त श्याम बहादुर पटेल का, जिनके साथ मारपीट हुई थी। हड़ताल पर बैठे श्याम से बात हुई तो उन्होंने कहा कि जब तक सख्त से सख्त कार्रवाई नहीं होगी वह काम नहीं करेंगे। कहा कि सत्ताधारी का भतीजा नहीं होता तब भी क्या पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे रहते? जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी वह अपनी मांग पर अडिग रहेगा। क्योंकि आरोपी के साथी उस पर जानलेवा हमला कर सकते हैं। कहा कि यह लोग जब पुलिस को पीट सकते हैं तो मेरी बिसात ही क्या। गिरफ्तारी नहीं होने पर 'नौकरी छोड़ने' की बात कही।

15 की घटना 5 फरवरी का मुकदमा

नगर निगम में अपर नगर आयुक्त के कार्यालय के ठीक सामने 15 फरवरी शाम 4 बजे के करीब शहर विधायक के भतीजे ने ड्राइवर को पीट दिया था, लेकिन कोतवाली में दर्ज हुई एफआईआर में 15 फरवरी के बजाय 5 फरवरी के दिन की एफआईआर दर्ज हुई है। नगर निगम के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक विधायक के भतीजे के मुकदमे को कमजोर बनाने के लिए यह खेल किया गया है। ताकि कमजोर केस होने पर सुबूतों को दरकिनार कर आसानी से भतीजे को बाहर निकाला जा सके। चर्चा है कि इस मामले में ड्राइवर और अमित के बीच समझौता कराने की प्लानिंग चल रही है। जिससे आरोपी की गिरफ्तारी न होना इसके संकेत हैं।

तालाबंदी से कार्य हुए प्रभावित

- 5 लाख रुपए टैक्स जमा नहीं हो सका

- नहीं चलाया गया अतिक्रमण अभियान

- 4 सौ मीट्रिक टन कूड़ा शहर से नहीं उठा

- राजस्व रिकॉर्ड का कार्य हुआ प्रभावित

- जन्म मृत्यु सर्टिफिकेट न बने न हुए जारी

- पार्को में नहीं पहुंचे माली, प्यासे रहे पौधे व अन्य

कर्मचारियों के साथ मारपीट आम जनता या सत्ताधारी पार्टी कोई भी करेगा उसे बख्सा नहीं जाएगा। कार्यालय में घुसकर कर्मचारी को कोई पीट दे यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुकदमा दर्ज हो गया है। आगे भी कार्रवाई होगी।

डॉ। उमेश गौतम, मेयर