- खाना खाने के बाद दूसरे युवक ने ले ली थी कार

बरेली: नूरपुर मार्ग पर फ्राइडे देर रात हुए सड़क हादसे से पहले बरेली निवासी पांचों दोस्त हंसी-खुशी कलियर शरीफ की ओर बढ़ रहे थे। हादसे में बचे हनीफ ने अपने साथियों को बचाने का भी पूरा प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। वह चालक सीट की साइड में बैठा था। उस साइड की ¨वडो का शीशा खुला हुआ था। जिससे वह पानी में गिरने बाद कार से बाहर आ गया था। जबकि अन्य दोस्त बाहर नहीं निकल सके। यदि कार के सभी शीशे खुले होते तो शायद उसके अन्य दोस्त भी बच सकते थे।

खौफ में हनीफ

हादसे के बाद गश्त के लिए निकले पुलिस कर्मियों की नजर हादसे वाली जगह पर पड़ गई। जिससे समय रहते बचाव कार्य शुरू हो सका, अन्यथा हनीफ का भी बचना मुश्किल हो सकता था। हादसे के बाद हनीफ पूरी तरह खौफ में था, वह बात करने की स्थिति में भी नहीं था। बाद में उसने पुलिस को बताया कि जैसे ही कार अनियंत्रित होकर खाई में गिरी तो पलट गई। इस्तकार कार चला रहा था, उसकी सीट बैल्ट भी लगी हुई थी। जिससे वह बाहर नहीं निकल सका।

शीशा खुला था तो बच गई जान

हनीफ के मुताबिक वह चालक सीट के बराबर में बैठा था और उसकी साइड का शीशा खुला हुआ था। जिससे वह समय रहते बाहर निकल सका, लेकिन अन्य शीशे बंद थे। उसने अपने दोस्तों को आवाज लगाई, लेकिन पीछे बैठे दो दोस्तों की आवाज सुनाई दे रही थी, धीरे-धीरे उनकी आवाज आनी भी बंद हो गई।

खाने बाद इस्तकार ने ले ली थी कार :

हनीफ ने बताया कि बरेली से कार चलाकर वही नूरपुर तक आया था। यहां सभी दोस्त थोड़ी देर के लिए रुके और वहां खाना खाया। हनीफ के मुताबिक वह कार चलाने लगा तो इस्तकार ने कहा कि अब कलियर शरीफ थोड़ी दूर ही है। इसलिए वही कार चलाएगा। जिसके बाद हनीफ ने इस्तकार को कार दे दी। अपने दोस्तों से बिछड़ चुका हनीफ बार-बार यही बात कह रहा था कि यदि उसे पता होता कि ऐसा कुछ होने वाला है तो वह स्वयं ही कार चलाता अपने दोस्त को नहीं देता। बताया गया है कि जहां हादसा हुआ है वहां पुलिया के पास हल्का सा मोड़ है, आशंका जताई जा रही है कि रात में कार की तेज गति में होने के कारण मोड़ पर नियंत्रण खो गया होगा। थाना प्रभारी सत्यप्रकाश ने बताया कि कार पलट कर पानी में डूब गई थी। कार का सिर्फ पहिए नजर आ रहे थे।