- एबीवीपी का आरोप रूम बंद कर ग्रीवांस कमेटी ने किए फर्जी प्रमाण पत्र पर एडमिशन

- मेरिट डाउन न होने से चार दिन चली काउसंलिंग में खाली रह गई 35 सीटें

सीट का आंकड़ा

320-कुल सीटें

120-सीटें ओपन कैटेगरी

87-सीट ओबीसी की कुल

72-सीटें एससी की कुल

1-एसटी की कुल

35-सीट्स काउंसलिंग के बाद बची खाली

BAREILLY :

बरेली कॉलेज में एलएलबी की काउंसलिंग में आरक्षण को लेकर शुरू हुआ विवाद अब फर्जी एडमिशन पर अटक गया है। एबीवीपी के छात्रनेताओं ने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर एडमिशन पाने वाले छात्रों को चिह्नित करते हुए कार्रवाई की मांग की है। इस बाबत फ्राइडे को आरयू के वीसी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। छात्र नेताओं ने वीसी को चेतावनी दी है कि फर्जी प्रमाण पत्रों की जांच और फर्जी पाए जाने पर एफआईआर नहीं हुई तो वह उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। जिस पर वीसी ने छात्र नेताओं को भरोसा दिया कि वह जांच के बाद कार्रवाई कराएंगे।

प्राचार्य रूम से हुई धांधली

2 अगस्त को पूरी हुई एलएलबी की काउंसलिंग में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने फर्जी एडमिशन करने का विरोध किया, और चार एडमिशन फर्जी पकड़वा दिए। आरोप है इसके बाद बरेली कॉलेज प्राचार्य और काउंसलिंग को-आर्डिनेटर ने मिलकर फर्जी प्रमाण पत्र पर कई एडमिशन कर लिया। यह प्रक्रिया प्राचार्य के ऑफिस में की गई। जिसके बाद एबीवीपी ने प्राचार्य का घेराव किया और जांच की मांग रखी लेकिन प्राचार्य ने उनकी बात नहीं सुनी। जिसके बाद वह आरयू वीसी से मिलने के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि बरेली कॉलेज में सिर्फ 285 सीट्स ही लॉक हुई। जबकि 35 सीट्स इसके बाद भी खाली रह गइर्1 हैं।

गिनाए फर्जी प्रमाण पत्र

एबीवीपी के छात्र नेताओं ने वीसी को बताया कि एनएसएस, गेम, एफएफ, डिफेंस आदि के फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर कई ने एडमिशन पा लिया है। इसकी जांच के लिए कमेटी गठित हो, और फर्जी प्रमाण पत्र पाए जाने पर केवल एडमिशन ही निरस्त नहीं बल्कि उन पर एफआईआर दर्ज की जाए। साथ संलिप्त टीचर्स पर भी कार्रवाई हो। छात्र नेताओं ने प्राचार्य पर मनमानी का भी आरोप लगाया। बताया कि बीसीबी में सीट्स खाली रह गई है लेकिन प्राचार्य ने मेरिट कम नहीं की। छात्र नेताओं की मांग पर वीसी बोले एलएलबी एडमिशन के प्रमाण पत्र जांच के लिए कमेटी बनाएंगे। जिसमें फर्जीवाड़ा पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर गौरव यादव, राहुल गंगवार, मोहित खंडेलवाल, मनोज यादव और पवन राजपूत आदि मजूद रहे।

एलएलबी एडमिशन में फर्जी प्रमाण पत्र लगाने वालों की जांच कराई जाएगी, जिसका भी प्रमाण पत्र फर्जी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प्रो। अनिल शुक्ला, आरयू वीसी