बच्चे की मौत के मामले में पुलिस की बरती गई ढिलाही के कारण आरोपी राधा शर्मा फरार

अब पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए कर रही कोशिश, सीज होगा फर्जी रूप से चल रहा हॉस्पिटल

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BAREILLY:

इसे आप पुलिस की हद दर्जे की लापरवाही कहिए, या फिर मिलीभगत। क्योंकि जिस अंदाज में पुलिस ने नवजात को मौत देने वाली आरोपी फर्जी डॉक्टर राधा शर्मा को भागने का मौका दिया है, वह इस बात की पुष्टि करने के लिए काफी है। चौंकाने वाली बात यह है कि ट्यूजडे को सुभाषनगर पुलिस कह रही थी राधा शर्मा की गिरफ्तारी के लिए टीम को भेजा गया था, लेकिन वह मौके से फरार हो चुकी थी। जबकि, नवजात की मौत के बाद जब मंडे को पुलिस पहुंची थी तो राधा शर्मा घर पर ही थी। वह बाकायदा, मीडिया से बात कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने गिरफ्तार करना तो दूर बल्कि वह भाग न पाए, इसके लिए कोई इंतजाम नहीं किए।

सवालों में पुलिस

दरअसल, सुभाषनगर के करगैना में की डॉक्टर का चोला ओढ़कर ट्रीटमेंट करने वाली राधा शर्मा की लापरवाही से नवजात की मौत के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। उस वक्त राधा शर्मा वहीं पर मौजूद थी। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने राधा शर्मा से जो बाइट ली और वहां के जो फोटो क्लिक किए हैं। यह साबित करने के लिए काफी है कि काफी देर तक पुलिस व राधा शर्मा वहां पर साथ-साथ मौजूद रही है। स्पॉट पर ही यह साफ थी कि आरोपी के चलते ही नवजात की मौत हुई थी। सिर्फ इतना ही नहीं, राधा शर्मा पर पहले से ही दो बच्चों की लापरवाही का आरोप भी लग चुका था, वह इसी मामले में जेल से जमानत पर छूट कर आई थी। फिर भी उसको स्पॉट से गिरफ्तार नहीं किया। ऐसे में पुलिस के कार्य पर सवालिया निशान उठना लाि1जमी है।

पहले भी थी मेहरबान

राधा के मामले में पुलिस हमेशा से ही मेहरबान रही है। इस बात की गवाही वर्ष 2014 और 2015 में हुए केसेस देते हैं। उस मामले में भी पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने में कोई तेजी नहीं दिखाई थी। सीनियर अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद वह जेल चली गई थी लेकिन हाईकोर्ट से जमानत पर छूटकर आ गई थी। बाहर आते ही फिर से उसने अपना धंधा शुरू कर ि1दया था।

पहले दिन नहीं दिखाई तेजी

सांप निकल जाने के बाद लाठी पीटने जैसी हरकत करने वाली पुलिस दूसरे दिन तब हरकत में आई जब मामला सीनियर अधिकारियों तक पहुंचा। उसके बाद ट्यूजडे को उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम गई लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। एक तरह से देखा जाए तो पुलिस ने राधा शर्मा को भागने का मौका दिया। जबकि पहले से ही पता था कि राधा फर्जी हॉस्पिटल चला रही है तो उसे गिरफ्तार करने में मंडे को ही बिल्कुल देरी नहीं करनी चाि1हए थी।

सीज होगा हॉस्पिटल

राधा शर्मा का हॉस्पिटल हर हाल में सीज होगा। डीएम के आदेश पर प्रशासन की ओर से सीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सीएमओ के लेटर आने के बाद एडीएम सिटी की ओर से सीएमओ व एसीएम को निर्देश दिए हैं। जल्द ही एसीएम की मौजूदगी में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम हॉस्पिटल सीज करने जाएगी। एक ही एसीएम के होने के चलते ट्यूजडे को सीज करने की कार्रवाई नहीं हो सकी लेकिन जल्द ही हॉस्पिटल सीज किया जाएगा।

क्या था मामला

सुभाषनगर करगैना निवासी नाजिम की पत्नी ने उसी एरिया में चल रहे अवैध हॉस्पिटल में नार्मल डिलीवरी से नवजात को जन्म दिया। कथित 'डॉक्टर' ने उसे कमजोर बताकर सेंकाई करने की बात कही। इसके बाद उसने लापरवाही सारी हदें पार कर दी सेंकाई से नवजात का कमर का हिस्सा पूरी तरह से जल चुका था। उसे फफोले पड़ गए थे। नवजात ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद नाजिम ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी। पुलिस मौके पर पहुंची थी और शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। हालांकि पुलिस ने आरोपी राधा शर्मा को गिरफ्तार नहीं किया और वह भागने में कामयाब हो गई।

हॉस्पिटल की फर्जी डॉक्टर राधा गिरफ्तार नहीं हो सकी है। उसके गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उसे हर हाल में गिरफ्तार ि1कया जाएगा।

धर्म सिंह मार्छाल, सीओ सिटी सेकेंड

हॉस्पिटल को सीज करने की कार्रवाई शुरु कर दी गई है। एसीएम ओर सीएमओ को लेटर भेज दिया गया है। जल्द ही टीम सीज करने जाएगी।

आलोक कुमार, एडीएम सिटी बरेली