-होम मिनिस्ट्री के आदेश पर देश में जनवरी में चलाया जाएगा ऑपरेशन स्माइल-2

-डीजीपी ने ऑपरेशन की तैयारियां करने के दिए निर्देश

<-होम मिनिस्ट्री के आदेश पर देश में जनवरी में चलाया जाएगा ऑपरेशन स्माइल-ख्

-डीजीपी ने ऑपरेशन की तैयारियां करने के दिए निर्देश

BAREILLY: BAREILLY: कई ऐसे बच्चे हैं जो वर्षो से लापता हैं। बच्चे की तलाश में माता-पिता चप्पा-चप्पा की खाक छानकर अब बेउम्मीद हो चुके हैं, तो कुछ अभी भी हैं जिनको बच्चे के घर आने का इंतजार है। बच्चे भी अपने मां-बाप के पास वापस जाना चाहते हैं। ऐसे बच्चों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए होम मिनिस्ट्री के आदेश पर पुलिस ऑपरेशन स्माइल-ख् चलाएगी। एक माह तक चलने वाले आपरेशन के लिए डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस मुखिया को आवश्यक निर्देश दिए हैं।

पुलिसकर्मियों को दी जाएगी ट्रेनिंग

नए साल पर क्जनवरी से फ्क् जनवरी तक ऑपरेशन स्माइल-ख् चलाया जाएगा। इस दौरान वर्षो से लापता बच्चों के साथ-साथ होटल-ढाबों व अन्य जगह बंधुआ मजदूरों की तरह काम करने वाले बच्चों को छुड़ाया जाएगा। पुलिस इसमें प्रशासन के साथ-साथ एनजीओ की भी मदद लेगी। ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए पहले से पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी जिसमें बच्चों से जुड़े अलग-अलग कानून की भी जानकारी होगी। ट्रेनिंग के तहत उन्हें पास्को एक्ट, जेजे एक्ट, बाल संरक्षण अधिनियम, संबधित सीआरपीसी, आईपीसी की धाराओं और मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के द्वारा दी गई सलाह के बारे में बताया जाएगा। पुलिसकर्मियों को प्रोटोकॉल एवं मुआवजा योजना की भी जानकारी दी जाएगी ताकि जरूरतमंदों को मुआवजा मिल सके।

जुलाई में मिला-जुला रहा अभियान

बता दें जुलाई ख्0क्भ् में भी ऑपरेशन स्माईल चलाया गया था। इस ऑपरेशन के तहत बरेली में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने जिला प्रोवेशन अधिकारी, थानों की पुलिस व एनजीओ के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया था। एक माह के ऑपरेशन में म्ख् बच्चों को छुड़ाया गया था, जिसमें ख् बच्चे ही ऐसे थे, जो कई वर्षो से लापता थे, लेकिन वर्षो से गुम ब्फ् बच्चों का पुलिस सुराग नहीं लगा सकी थी। ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने ढाबा व होटलों पर कार्रवाई की। यही नहीं कई के परिजनों ने शेल्टर होम पर भी अटैक कर दिया था। जिससे साफ था कि ऑपरेशन पूरी तरह से सक्सेज नहीं हो सका था। एक बार फिर से ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे छुड़ाए जाएंगे।

वेबसाइट पर अपलोड होगा डॉटा

गुमशुदा बच्चों के संबंध में प्राप्त आंकड़े इंटरस्टेट लेवल पर साझा किए जाएंगे। सिटी के आश्रयगृहों, चाइल्ड केयर संस्थान व एनजीओ का निरीक्षण किया जाएगा कि वे रजिस्टर्ड हैं कि नहीं। गुमशुदा बच्चों की फोटो मिलान की जाएगी। बच्चों को छुड़ाने के वक्त वीडियोग्राफी भी की जाएगी और बरामद बच्चों को बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा। डिस्ट्रिक्ट में अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया जाएगा। सभी थानों में लेडी एसआई की नियुक्ति की जाये, जिससे महिलाओं एवं बच्चों के मामलों को निपटाया जा सके।