- 22 की रात भद्रा, भोर में बन रहा होलिका दहन का मुहूर्त

- 23 की शाम को भी कर सकते हैं होलिका दहन

BAREILLY:

इस साल होलिका दहन वेडनसडे की सुबह और शाम दोनों वक्त किया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पं। राजीव शर्मा के मुताबिक होलिका दहन प्रदोष व्यापिनी फाल्गुन पूर्णिमा को भद्रा रहित अवधि में होता है। लेकिन इस बार फाल्गुन पूर्णिमा ट्यूजडे को दोपहर 3.15 बजे से वेडनसडे को दोपहर 5.31 बजे तक है। जबकि भद्रा, पूर्णिमा के शुरू होने के साथ वेडनसडे सुबह 3.25 बजे तक रहेगा। ऐसे में वेडनसडे सुबह 3.25 से सूर्योदय तक अथवा 23 की शाम 6.29 से 6.42 बजे तक ही होलिका दहन का समय है। क्योंकि शुक्ल पक्ष पूर्णिमा की अवधि साढ़े तीन पहर से अधिक और चैत्र कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा का समय भी बढ़ा होने से 23 को गोधूलि बेला और प्रदोष काल में भी होलिका दहन कर सकते हैं।

यूं करें पूजन

- होलिका के पास गोबर से चौका लगाएं, बड़गुल्ला की माला के पास गोबर की थाल बनाकर रखें।

- होलिका दहन के मुहूर्त पर होलिका में देसी घी में भिगोई हुई दो लौंग, बताशा, पान का पत्ता चढ़ाएं।

- होलिका की 11 बार परिक्रमा करते हुए सूखे नारियल की आहुति दें। इससे सुख समृद्धि में वृद्धि होती है।

नौग्रह की शांति जरूरी

ज्योतिषाचार्य पं। राजेंद्र त्रिपाठी के अनुसार होलिका दहन से पूर्व नवग्रह की लकडि़यां एकत्र करें। प्रत्येक परिक्रमा के साथ ग्रह संबंधी लकड़ी लेकर मंत्रजाप कर होलिका में डालें तो नवग्रह के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

- पहली परिक्रमा में मदार की लकड़ी लेकर सूर्य मंत्र का जपें।

- दूसरी बार पलाश की लकड़ी लेकर चंद्र मंत्र का जपें ।

- तीसरी बार खादिर की लकड़ी लेकर मंगल मंत्र का जपें।

- चौथी बार अपामार्ग की लकड़ी लेकर बुध मंत्र का जपें।

- पांचवी में पीपल की लकड़ी लेकर गुरु मंत्र जप करें।

- छठीं बार उदम्बर की लकड़ी लेकर शुक्र मंत्र जप करें।

- सातवीं बार शमी की लकड़ी लेकर शनि मंत्र का जप करें।

- आठवीं बार दूर्वा की लकड़ी लेकर राहू मंत्र का जप करें।

- नौंवी बार कुशा की लकड़ी लेकर केतु मंत्र का जप करें।

टोटकों से कष्ट निवारण

किवदंतियां हैं कि होली पर खास प्रकार के टोटकों से कष्ट निवारण होता है। कुछ टोटकों को ज्योतिषाचार्यो ने आई नेक्स्ट के साथ साझा किया।

1. मशीनों से संबंधित व्यवसाय है तो काली मिर्च को पीसकर केशर व गंगाजल मिलाकर होली के दिन मशीन पर हल्दी संग तिलक लगाते हुए स्वास्तिक बना दें।

2. होली के दिन पीले वस्त्र में काली हल्दी के साथ एक चांदी का सिक्का रखकर धन रखने के स्थान पर रख देने से वर्ष भर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

3. प्रेमी-प्रेमिका के बीच अनबन दूर करने के लिए होली पर 5-5 रत्ती के 5 मोतियों का ब्रेसलेट पहनें। तो मनमुटाव दूर हो जाता है।

4. पति-पत्‍‌नी में मधुर संबंध बना रहे इसके लिए होली पर चांदी के पात्र में कच्चा दूध डालकर चंद्रमा को अ‌र्घ्य दें।

5. पुत्र की पिता से न बनने पर होली पर पुत्र पिता के जूतों से पुराने मोजे निकालकर उनमें नए मोजे रख दें। दोनों के बीच का टकराव दूर हो जाएगा।