कूड़ा बीनने वाले बच्चों के लिए नगर निगम खोलेगा स्पेशल स्कूल

हजियापुर में प्राइमरी स्कूल बनाकर शाम 4 बजे से लगेगी क्लास

BAREILLY:

गंदगी के ढेर में अपनी जिंदगी तलाशते मासूमों की स्याह दुनिया में भी शिक्षा का उजाला फैलेगा। कूड़ा बीनने वाले नन्हें हाथों में जल्द ही किताबें और पेंसिल नजर आएंगी। नगर निगम शहर में गली-गली घूमकर कूड़ा बीनने वाले बच्चों यानि रैग पिकर्स को शिक्षा से रूबरू कराने की मुहिम शुरू करने जा रहा है। पेट पालने के लिए घरों-दुकानों से कूड़ा बटोरने की मजबूरी के बाद इन बच्चों को स्पेशल ईवनिंग स्कूल में मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। पढ़ने के लिए किताबें, ड्रेस और भोजन भी नगर निगम अपने रिर्सोस से मुहैया कराएगा। सामाजिक सरोकार से जुड़े मामलों में नगर निगम की यह पहल न सिर्फ अनूठी है बल्कि सरकार के सर्व शिक्षा अभियान को भी सपोटर्1 करेगी।

1600 बच्चों का टारगेट

शहर के कई वार्डो में घरों से कूड़ा उठाने का काम निजी रिक्शा कर रहे। इन रिक्शों पर छोटे बच्चे भी बड़ी संख्या में काम कर रहे। वहीं डलावघरों और ट्रेचिंग ग्राउंड में भी रिसाइकिल यूज में आने वाले कूड़े को बीनने का काम छोटे छोटे बच्चे कर रहे। इन मासूमों को ही पढ़ाने और पढ़ लिखकर आत्म निर्भर बनाने के लिए मेयर डॉ। आईएस तोमर ने इस पहल को आगे बढ़ाया। हजियापुर में इसके लिए प्राइमरी स्कूल खोला जा रहा। जिसमें पहले फेज में 160 बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था होगी। इसके बाद शहर भर से कूड़ा बीनने वाले 1600 बच्चों को इस मुहिम के तहत शिक्षित किया जाएगा।

पढ़ाई के साथ मिलेगा भोजन

इन बच्चों के दोपहर 2 बजे तक कूड़ा बीनकर घर पहुंचने के चलते शाम को 4 बजे से स्कूल में क्लास शुरू की जाएगी। इस ईवनिंग स्पेशल क्लास के लिए बाकायदा एक शिक्षक की व्यवस्था की जा रही। बच्चों की तादाद बढ़ने के बाद अन्य शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। बच्चों की तादाद बढ़ने पर हर जोन में ऐसे स्पेशल प्राइमरी स्कूल शुरू किए जाएंगे। जिनमें पढ़ाने वाले शिक्षकों के वेतन का खर्च डोर टू डोर एजेंसियों को भी उठाना होगा। वहीं मिड डे मिल की सुविधा न होने पर भी इन बच्चों को भोजन की सुविधा दिए जाने की तैयारी है। इसके लिए निगम एनजीओ की मदद लेगा। वहीं बच्चों की ड्रेस, किताबें, बस्ता और अन्य सामान के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के साथ ही अन्य संस्थाओं से भी मदद ली जाएगी।

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कूड़ा बीनने वाले बच्चों को शिक्षित करने के लिए यह मुहिम शुरू की जा रही। हजियापुर में प्राइमरी स्कूल बनाकर ईवनिंग क्लासेज में इन बच्चों को पढ़ाया जाएगा। बच्चों की किताबों, ड्रेस व भोजन के लिए सबसे सहयोग मांगा जा रहा। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर