-नकटिया में चौकीदार मर्डर का आरोपी झाडि़यों में छिपकर देख रहा था पुलिस की एक्टिविटी

BAREILLY: पहले मर्डर किया और फिर मर्डर को डायल 100 पर फोन कर कंफर्म भी किया। कैंट के नकटिया में चौकीदार जीराज मर्डर केस में हत्यारोपी शरद यादव ने कुछ ऐसा ही किया था। पुलिस ने शरद यादव को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन हत्या में शामिल उसका साला पंकज यादव अभी भी फरार है।

मुंह के बल रोड पर पटका था

पुलिस गिरफ्त में आए शरद यादव ने बताया कि 12 दिसंबर की रात उसने नरियावल में भोलू के साथ शराब पी थी। वहां से वह जयंत एंक्लेव के सामने कल्लू की चाऊमीन शॉप पर गया। उसने चाऊमीन मांगी तो कल्लू ने देने से मना कर दिया। जब उसने गाली दी तो चौकीदार जीराज डंडा लेकर आया और झगड़ा किया। उस दौरान वह वहां से चला गया और बाइक से हारुनगला में साले पंकज यादव के पास गया। वहां पर उसने पंकज को पूरी बात बताई, जिसके बाद दोनों वहां से बाइक से नकटिया पहुंचे। इसी दौरान जीराज पास में ही स्थित गुप्ता होटल पर मिल गया। जहां पर फिर से झगड़ा हो गया। गुस्से में उसने जीराज को उठाकर मुंह के बल रोड पर पटक दिया और उस पर घूंसे से भी वार किया। इसके अलावा पंकज यादव ने लातें भ्ाी मारीं।

झाडि़यों में छिपकर 2 बार डायल 100 पर िकया फोन

शरद के मुताबिक पंकज बाइक लेकर वहां से फरार हो गया और वह पास ही झाडि़यों में छिप गया। इसके बाद उसने डायल 100 को सूचना दी कि एक व्यक्ति घायल अवस्था में रोड किनारे पड़ा हुआ है। कुछ देर बाद डायल 100 की गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन काफी देर तक जब वहां से नहीं गई तो उसने फिर से डायल 100 को फोन कर पूछा कि क्या घायल की मौत हो गई है और फिर फोन डिसकनेक्ट कर वहां से फरार हो गया। उसने फोन पर पंकज से भी कह दिया कि वह उसकी पत्‍‌नी और बच्चों को लेकर घर से चला जाए।

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दुकानदार मर्डर में करीबी पर शक

प्रेमनगर थाना अंतर्गत सिद्धार्थ नगर में फुटवियर शॉप ओनर अजय की हत्या में पुलिस का शक किसी करीबी पर जा रहा है, जिस तरह से वारदात को अंजाम दिया गया है, उससे रंजिशन हत्या सामने निकलकर नहीं आ रही है। फिलहाल पुलिस नामजद आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है।

इन सवालों के जवाब तलाश रही पुलिस

-अजय की कोख में सटाकर गोली मारी गई है। चलती बाइक से गोली मारी गई तो फिर कहीं और लगनी चाहिए थी

-अजय की मौत के बाद भाई मनोज पुलिस से कई बातें छिपा रहा था। उसने पहले किसी से रंजिश नहीं बताई थी और फिर मंगो देवी, महेंद्र और एक अन्य के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।

-मनोज का कहना था कि वह देख नहीं पाया था कि किसने गोली मारी, यही नहीं उसने तुंरत भाई की जेब में रखी नकदी, मोबाइल और चाबियां निकाल ली थीं

-क्या कोई करीबी दूसरी बाइक से बदमाश के साथ चल रहा था, क्या यह वही बाइक है, जो कुछ दूर नर्सरी से मिली है।