- नगर निगम ने ओर से किया जाएगा शहर में संचालित डेयरियों का सर्वे

बरेली : शहर में चल रही डेयरियों पर नगर निगम शिकंजा कसने जा रहा है। अब इन डेयरियों से आवासीय नहीं बल्कि व्यासायिक हाउस टैक्स वसूला जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने डेयरियों का सर्वे कर उन्हें चिन्हित करना शुरू कर दिया है। बोर्ड में यह टैक्स लगाने का प्रस्ताव के मंजूरी मिलने के बाद शिकंजा कसना शुरू हो जाएगा। करीब पांच गुना अधिक टैक्स लगने पर संचालक डेयरी शिफ्ट करने के लिए सोचने को मजबूर होंगे।

अवैध डेयरियों पर कसेगा शिकंजा

नगर निगम क्षेत्र में 80 वार्ड हैं। इनमें दस गुना से भी अधिक डेयरियां अवैध रूप से संचालित की जा रही हैं। आलम यह है कि इन डेयरियों से निकलने वाला गोबर नालियों और सीवर में बहाया जा रहा है। इससे सीवर लाइनें और नालियां चोक हो रही हैं। डेयरियों से गोबर उठाकर सड़कों के किनारे फेंक दिया जाता है। इससे शहर में गंदगी बढ़ रही हैं। नगर निगम वषरें से इन डेयरियों को शहर के बाहर निकालने के प्रयास कर रहा है, लेकिन अब तक डेयरियां बाहर शिफ्ट नहीं हो पाई हैं। शहर को गंदा करने वाली ये डेयरियां आवासों में खुली हैं और इनके संचालक अब तक घरेलू टैक्स ही जमा कर रहे हैं। ऐसे में अब निगम ने इन डेयरियों को व्यावसायिक गतिविधि मानते हुए उस पर व्यावसायिक टैक्स लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।

ड्रैनेज सिस्टम को नुकसान पहुंचा रही अवैध डेयरियां

शहर में जल निकासी की एक बड़ी समस्या है। ड्रैनेज सिस्टम को सबसे ज्यादा नुकसान डेयरियों से निकलने वाले गोबर से हो रहा है। नगर निगम के बीते दिनों किए गए सर्वे में शहर के अंदर करीब 860 डेयरियां संचालित हैं। इनमें स्मार्ट सिटी के एरिया बेस डेवलेपमेंट क्षेत्र में ही ढाई सौ से अधिक डेयरियां चल रही हैं। इन डेयरियों में पूरी मनमानी संचालक कर रहे हैं। पांच साल पहले इन्हें शहर से बाहर शिफ्ट करने के प्रयास निगम ने किए थे। उस वक्त कई संचालकों ने बाहरी क्षेत्रों में जमीने खरीद भी ली थीए लेकिन शिफ्ट नहीं हुए।

कई डेयरियों से नहीं मिलता टैक्स

शहर में संचालित डेयरियों से अब व्यावसायिक टैक्स वसूलने की तैयारी हैए लेकिन खास बात यह है कि शहर में अभी तक कई डेयरी संचालक घरेलू टैक्स भी नहीं दे रहे हैं। अधिकतर डेयरियां घरों से ही संचालित हो रही हैंए कइयों में निगम ने अब तक टैक्स ही नहीं लगाया है। ऐसी सभी डेयरियों को सूचीबद्ध किया जा रहा है।

एनजीटी के आदेश पर भी नहीं थमा प्रदूषण

नालियों व सीवर लाइन में गोबर मिलाकर प्रदूषण करने वालों के खिलाफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने अर्थदंड लगाने के निर्देश दिए हुए हैं। नगर निगम ने बीते समय में कुछ डेयरी संचालकों पर पचास हजार रुपये तक का जुर्माना लगायाए बावजूद इसके संचालक शहर से बाहर नहीं गए।

डेयरी संचालकों को बार बार हिदायत देने के बाद भी उनमें कोई सुधार नहीं आया है। नगर निगम नोटिस देने के बाद डेयरियों पर जुर्माना लगाता है। इन डेयरियों की वजह से ड्रैनेज सिस्टम बिगड़ रहा है। ऐसे में डेयरियों पर नगर निगम व्यावसायिक टैक्स लगाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द टैक्स की वसूली शुरू कर दी जाएगी।

अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त