डायल 100 की गाड़ी दिन भर रही परिसर में निगम में रहा सन्नाटा

पर्यावरण अभियंता ने मेयर को लिखित में मोहर्रिर के खिलाफ रिपोर्ट

BAREILLY:

नगर निगम में थर्सडे को मेयर ऑफिस के सामने ही पर्यावरण अभियंता और मोहर्रिर की हुई हाथापाई के बाद फ्राइडे को मौके पर पुलिस डटी रही। एक फोर्थ क्लास कर्मचारी और अधिकारी के बीच भरी दोपहर हुए इस विवाद से निगम में हड़कंप मच गया था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए निगम परिसर में फ्राइडे को एहतियातन पुलिस से निगरानी कराने की जरूरत पड़ गई। डायल 100 की एक गाड़ी और पुलिसकर्मी निगम परिसर में ही मौजूद रहे। वहीं पुलिसकर्मियों ने एक दिन पहले हुए हंगामे के बाद माहौल के तनावपूर्ण होने की आशंका में परिसर का राउंड भी लगाया। फ्राइडे को निगम में सन्नाटा सा पसरा रहा। एक ओर कर्मचारी नेता नदारद दिखे। वहीं दूसरी ओर तमाम अधिकारी भी मामले में बोलने से बचते रहे।

नगर आयुक्त रहे नदारद

थर्सडे को निगम में एनक्रोचमेंट अभियान और विज्ञापन होर्डिग्स को लेकर पर्यावरण अभियंता उत्तम कुमार वर्मा और मोहर्रिर राम सिंह जाटव के बीच जबरदस्त विवाद हो गया था। मेयर ऑफिस के सामने अन्य कर्मचारियों की मौजूदगी में दोनों भिड़ गए थे। मेयर डॉ। आईएस तोमर के केबिन में पहुंचने पर भी दोनों के बीच जबरदस्त विवाद हुआ। इस दौरान नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव निगम में न थे। मेयर ने नाराज होकर दोनों से लिखित में जवाब मांग लिया था। साथ ही मामले में दोषी के खिलाफ कार्रवाई के लिए नगर आयुक्त से संस्तुति की, लेकिन फ्राइडे को भी नगर आयुक्त शहर से बाहर होने के चलते निगम न आए, जिससे मामले में कोई कार्रवाई न हो सकी।

'30 साल की नेतागिरी है'

पर्यावरण अभियंता ने फ्राइडे को पूरे मामले में दो पेज का अपना लिखित स्पष्टीकरण मेयर को सौंप दिया है। अपने स्पष्टीकरण में पर्यावरण अभियंता ने मोहर्रिर राम सिंह जाटव के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। पर्यावरण अभियंता ने लिखा है कि अभियान पर जाने की बात पर मोहर्रिर ने कहा कि 'मुझसे पूछे बिना फाइल पर रिपोर्टिग करते हो और अपर नगर आयुक्त से पूछकर नोटिंग करते हो। अभी तुम मुझे जानते नहीं हो, 30 साल से नेतागिरी कर रहा हूं। तुमको सही कर दूंगा। यह बाराबंकी नहीं है, बरेली है, अभी मुझे जानते नहीं हो' पर्यावरण अभियंता ने मोहर्रिर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए मेयर व नगर आयुक्त से संस्तुति की है।

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