-हेड पोस्ट ऑफिस के सामने अतिक्रमण को बचाने के लिए बदला नाले का डिजायन

-दस दिन से रूट डायवर्जन, पब्लिक भुगत रही परेशानी

बरेली :

बरेली नगर निगम का ईमान नाला निर्माण में बिक रहा है। हेड पोस्ट ऑफिस के सामने नाला चौक होने पर निगम ने सफाई करने के बजाय आनन-फानन में नया नाला निर्माण का ठेका दे दिया। एक तरफ नए नाला निर्माण का ठेका और दूसरी तरफ पुराने नाले पर बनी एक दुकान को बचाने के लिए डिजायन में बदलाव कर दिया। इसमें भी निगम अफसरों के दुकान संचालक से लेनदेन की चर्चाएं हैं। करीब 10 लाख रुपए खर्च कर नाले के डिजायन में किए गए बदलाव के चलते पिछले10 दिन से कैंट होकर लालफाटक जाने वाला रूट भी डायवर्ट किया गया है, जिससे भारी वाहनों को परेशानी आ रही है।

नाले का डिजायन बदल डाला-

निगम ने नाला निर्माण में सबसे बड़ा खेल सिविल लाइंस में हेड पोस्ट ऑफिस के सामने हुआ। यह नाले पर बनी एक टेंट हाउस की गुमटी को बचाने के लिए निगम के अधिकारियों और ठेकेदार ने मिलकर बड़ा खेल कर दिया। पहले से बने नाले के डिजायन को बदल दिया गया। डिजायन बदलने के फेर में नाला गहरा हो गया। अब इस नाले से पानी ही आगे नहीं बढ़ पाएगा।

2 फीट के फेर में खर्च करने पड़ेंगे करोड़ों

पोस्ट ऑफिस के सामने हाइवे रोककर आठ दिन से नाला निर्माण चल रहा है। नाले पर बने एक अवैध निर्माण को बचाने के चक्कर में डिजायन घुमा दिया। इससे अवैध निर्माण तो बच गया, लेकिन नाले की गहराई बढ़ानी पड़ी। नाले की गहराई 2 फीट बढ़ने के चलते अब इसका पानी पोस्ट ऑफिस से आगे नहीं बढ़ पाएगा। इस पानी का निकास कराने के लिए पोस्ट ऑफिस से लेकर अक्षर विहार तक करीब 300 मीटर नाले को तोड़कर गहरा करना होगा, जिसमें करोड़ों का खर्चा आएगा।

10 दिन से लापरवाही का डायवर्ट-

निगम की लापरवाही के चलते दिन दिन से कैंट होकर लालफाटक जाने वाली मुख्य सड़क पर हेड पोस्ट ऑफिस के आगे रूट डायवर्ट किया गया है। नाला बनने में अभी 10 दिन और लगेंगे। निगम चाहता तो नाला निर्माण की जगह सीवर लाइन में इस्तेमाल होने वाले सीमेंटेड पाइप का इस्तेमाल कर इस निर्माण को महज एक या दो दिन में पूरा कर सकता था, लेकिन सीमेंटेड पाइप लाइन को घुमाकर अतिक्रमण को बचाना मुश्किल था।

सपा पार्षद ने खोला मेयर के खिलाफ मोर्चा-

नगर निगम सभासद दल के नेता राजेश अग्रवाल ने नाला निर्माण में चल रही धांधली की मेयर से शिकायत की है। शिकायत 15 दिन से धूल फांक रही है। इस शिकायत में शहर के कुछ नालों से बिना अतिक्रमण हटाए उनके डिजायन में बदलाव कर अतिक्रमणकारियों को लाभ पहुंचाने का जिक्र किया गया है।

पासपोर्ट कार्यालय के बाहर भी खेल-

पासपोर्ट कार्यालय पीलीभीत बायपास पर वुडरो स्कूल के सामने भी निगम ने नाला निर्माण में बड़ा खेल कर दिया। यहां सड़क किनारे करीब 20 फीट जगह छोड़कर बीच सड़क पर नाला बनाया जा रहा है। साथ ही राजेश अग्रवाल ने मेयर से उनके कार्यकाल में

शहर में पानी की निकासी के नाम पर कुछ दिनों से निगम कई हिस्सों में पुराने नालों को रिपेयर और नया नाला निर्माण करा रहा है। रिपेयर और नए निर्माण की आड़ में नालों पर जमे अवैध कब्जेदारों का लाभ पहुंचाया जा रहा है।

नाला निर्माण में खेल के चर्चित मामले

-पीलीभीत रोड पर वुडरो स्कूल के बाहर 20 फीट जगह छोड़ी

-रामपुर रोड पर नाला निर्माण में कच्ची ईट लगाई

-बदायूं रोड पर बायीं तरफ पीली ईट का इस्तेमाल

-अक्षर विहार के पास नाला निर्माण अधूरा छोड़ा

- सर्किट हाउस चौराहा पर नाले के डिजायन ही घुमा दिया

पब्लिक कनेक्ट

नाला निर्माण में बड़ा खेल चल रहा है। न डिजायन पास कराया जाता है, न निकास देखा जा रहा है। निगम जेई और ठेकेदार मिलकर अतिक्रमणकारियों से वसूली और सरकारी धन की बर्बादी कर रहे हैं।

राजेश अग्रवाल, सभासद नगर निगम

जनवरी से मार्च के बीच नाला निर्माण और रिपेयरिंग पर बजट खर्च करना गलत है। निकाय चुनाव होने वाले हैं, इससे पहले जरूरी सुविधाओं के नाम पर काली कमाई का बड़ा खेल चल रहा है- अजय शुक्ला, निवासी आवास विकास कॉलोनी

नाले की पुरानी पुलिया डैमेज हो गई थी। पुलिया को सही करने के लिए नया निर्माण किया जा रहा है। यदि डिजायन में कोई बदलाव किया गया है, तो उसकी जांच कराई जाएगी।

डॉ। आईएस तोमर मेयर

बरेली नगर निगम

अतिक्रमणकारियों को बचाने के लिए नाले के डिजायन में बदलाव किया गया है तो गंभीर मामला है, जांच कराऊंगा-