गुजरात के सूरत शहर का दो दिनी दौरा कर लौटा नगर निगम का डेलीगेशन

कहा कूड़ा कलेक्शन व सीवेज ट्रीटमेंट पर रहेगा फोकस, पब्लिक का सपोर्ट जरूरी

BAREILLY: शहर की सूरत-ए-हाल बेहतर करने और संवारने के लिए गुजरात के सूरत शहर गया नगर निगम का 10 सदस्यीय डेलीगेशन वेडनसडे शाम बरेली लौट आया। इस दो दिनी दौरे के दौरान निगम कार्यकारिणी के माननीयों और अधिकारियों ने सूरत शहर और यहां की नगर निगम की वर्किंग को बारीकी से स्टडी किया। सूरत की सफाई,

चुस्त व्यवस्था और जनता की अनुशासित रुटीन से डेलीगेशन का हर एक सदस्य खासा प्रभावित रहा। मन में सूरत के मॉडल को ध्यान में रख निगम के जिम्मेदार अपने शहर की सूरत बदलने को योजनाओं का खाका खींचने और इसे अमलीजामा पहनाने में जुट गए हैं। जिसके लिए शहर में लागू हो रही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन मुहिम और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से शुरुआत होगी।

सूरत की सूरत देख हुए कायल

सूरत शहर को नगरीय विकास के मामले में पूरे देश में टॉप में जगह क्यों मिली है, इसका सबूत डेलीगेशन को वहां जाकर ही मालूम हुआ। वेडनसडे शाम निगम में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिम्मेदारों ने बताया कि सूरत शहर में 95 फीसदी करदाता टैक्स चुकाते हैं। शहर की करीब 50 लाख की आबादी पर 15 हजार सफाई कर्मी हैं। शहर में दिन में तीन बार सुबह, दोपहर और रात को भी सफाई होती है। सड़क पर कहीं भी पॉलीथिन या कूड़ा नहीं मिला। सीवर के गंदे पानी को ट्रीटमेंट प्लांट से साफ कर पीने लायक बनाया जाता है। 15 जोन में बंटे जोनल ऑफिस से ही जनता की शिकायतें हल होती हैं। डेलीगेशन में कार्यकारिणी के राजेश अग्रवाल, मो। सैय्यद रेहान अली, ओवेश खान, बब्लू खान, छंगामल मौर्य, गौरव सक्सेना व सुखदीश कुमार सहित निगम के अपर नगर आयुक्त ईश शक्ति कुमार सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। एसपीएस सिंधु और पर्यावरण अभियंता उत्तम कुमार वर्मा शामिल थे।