आईसीयू में एडमिट जागृति को देखने पहुंच रहे हर मजहब के लोग

पिता ने समाज के हर तबके से मिल रहे अपार समर्थन पर जताई खुशी

BAREILLY:

चलती ट्रेन में लुटेरों से संघर्ष करने वाली बहादुर जागृति समाज में कौमी एकता का भी जरिया बनकर उभरी है। हादसे में बुरी तरह घायल ट्रेनी इंजीनियर ने पहले लुटेरे और फिर जिंदगी के लिए अपने संघर्ष से समाज के हर तबके का सम्मान हासिल कर लिया है। हिन्दू, मुस्लिम, सिख, क्रिश्चियन, सिंधी और जैन करीब हर मजहब और संप्रदाय के लोग बिना किसी भेदभाव के जागृति की हालत में सुधार की दुआ करने श्रीनाथ मेडिसिटी हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। जागृति को जल्द होश आने और उसके पूरी तरह ठीक होने की शुभकामनाएं करने के साथ लोग हॉस्पिटल में पीडि़त पिता को हर तरीके से मदद करने की भी हिम्मत बंधा रहे है।

हालत स्थिर, लेकिन खतरा टला

18 अगस्त की सुबह करीब 5 बजे भोजीपुरा स्टेशन के पास लखनऊ-काठगोदाम एक्सप्रेस से लुटेरों ने चलती ट्रेन से जागृति को ट्रैक पर फेंक दिया था। हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में एडमिट जागृति 98 घंटे बाद भी पूरी तरह होश में नहीं आ सकी है। प्रेमनगर के शास्त्रीनगर निवासी और जागृति के पिता सुमन प्रकाश शर्मा ने बताया कि बिटिया बात सुनकर कमांड फॉलो तो कर रही, लेकिन पूरी तरह होश में नहीं है। वहीं जागृति का इलाज कर रहे न्यूरोसर्जन डॉ। सुधीर गुप्ता के मुताबिक वह खतरे से बाहर आ चुकी है। लेकिन पूरी तरह होश में आने में समय लगेगा।

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52 घंटे बाद भी अल्टीमेटम फुस्स

भोजीपुरा स्टेशन के आउटर पर बैग छीनने के बाद जागृति को चलती ट्रेन से नीचे फेंकने वाला अपराधी जीआरपी की पकड़ से फिलहाल दूर है। एसपी जीआरपी मुरादाबाद सेक्शन शगुन गौतम ने सैटरडे शाम 8 बजे 24 घंटे में अपराधी को पकड़ने का अल्टीमेटम जारी किया था। साथ ही जीआरपी बरेली जंक्शन, सिटी स्टेशन व रामपुर की ज्वाइंट टीम को अपराधी की धरपकड़ में लगाया भी गया। लेकिन मंडे रात 12 बजे तक अल्टीमेटम के 52 घंटे गुजरने के बावजूद जीआरपी को कामयाबी हाथ नहीं लगी।

तो भोजीपुरा का ही है अपराधी

जीआरपी का दावा है कि उसने आरोपी की शिनाख्त कर ली है और उसे पकड़ने को लगातार दबिश दी जा रही। अपराधी बार-बार जीआरपी की पकड़ से बच जा रहा है। जीआरपी सीओ मुरादाबाद जितेन्द्र सिंह ने संडे सुबह जागृति के पिता को फोन कर भरोसा भी जताया कि अपराधी की शिनाख्त हो चुकी है और जल्द ही उसे पकड़कर खुलासा कर दिया जाएगा। वहीं जीआरपी की टीम ने मंडे शाम को हॉस्पिटल पहुंचकर जागृति के पिता से मुलाकात की।

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बिटिया के लिए सभी धर्मो और समुदाय के लोगों का भरपूर साथ और दुआ मिल रही। इस बात ने ज्यादा हिम्मत दे दी है। बेटी की हालत में सुधार है। डॉक्टर ने बताया कि अब वह खतरे से बाहर है। जीआरपी सीओ ने जल्द ही अपराधी के पकड़े जाने की बात कही है। - सुमन प्रकाश शर्मा, जागृति के पिता