बरेली(ब्यूरो)। रेबीज कुत्ता, बंदर, बिल्ली, सियार आदि के काटने या खरोंचने के कारण हो सकता है। इसके प्रभाव से समय रहते बचा जा सकता है। बशर्ते आप इलाज के प्रति अवेयर हों। रेबीज से बचने के लिए वैक्सीनेशन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि रेबीज का संक्रमण हो गया तो फिर इसका इलाज नहीं हो सकता है। यह वायरस सीधे व्यक्ति के मस्तिष्क पर वार करता है। रेबीज के प्रति अवेयर करने के उद्देश्य से विश्व रेबीज दिवस पर पेश है दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की यह स्पेशल रिपोर्ट।

फैक्ट एंड फिगर
2022 में आठ लोगों की डेथ हुई रेबीज से
4000 डॉग्स के वैक्सीनेशन का मार्च 2023 तक है टारगेट
500 से अधिक डॉग्स को मार्च 2022 से अब तक लगाई वैक्सीन
80 से अधिक मरीज रोजाना आ रहे जिला अस्पताल में

लापरवाही न बरतें
जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ। मीसम अब्बास का कहना है कि किसी भी जानवर के काटने पर मिर्च का लेप या झाड़-फूंक के चक्कर में न पडक़र, डॉक्टर से परामर्श के बाद वैक्सीनेशन करवाना चाहिए, जिससे समय रहते उचित इलाज मिल सके। कुत्ते, बिल्ली या किसी अन्य जानवर के काटने पर बिल्कुल भी लापरवाही न बरतें। अगर हल्का सा भी निशान है तो भी इंजेक्शन जरूर लगवाना चाहिए। रेबीज खतरनाक है, मगर इसके बारे में लोगों की कम जानकारी अधिक घातक साबित होती है।

भ्रम को करें दूर
एक्सपट्र्स बताते हैं कि कोई पशु किसी को काटता है तो घाव को तुरंत साफ पानी से धोना चाहिए। अक्सर लोग घाव पर मिर्च व अन्य चीजों का लेप लगा देते है। ऐसा नहीं करना चाहिए। तत्काल अस्पताल जाकर एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाना चाहिए। जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन की सुविधा फ्री में उपलब्ध है। समय से वैक्सीनेशन बहुत आवश्यक है।

यहां हुईं मौतें
-मीरगंज
-बिथरी चैनपुर
-रामनगर
-भदपुरा
-भोजीपुरा
-फरीदपुर
-शेरगढ़
-नवाबगंज
-इनमें भी बिथरी चैनपुर व नवाबगंज में सियार के काटने से मौतें हुई हंंै। ïवहीं अन्य मामले डॉग बाइट के हैैं।

ऐसे करें बचाव
चिकित्सकों के अनुसार किसी भी व्यक्ति को अगर रेबीज पीडि़त जानवर काटे तो सबसे पहले घाव को साबुन और नल के बहते पानी से 10-15 मिनट तक लगातार धोएं। इससे जानवर की लार मेंं पाए जाने वाले वायरस की मात्रा कम हो जाती है। उसके बाद सीधे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाना चाहिए। वहां पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाएं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार वैक्सीनेशन का कोर्स पूरा करें। इसके साथ ही अगर घर में डॉग पालतू है तो उसे भी वैक्सीन लगवाएं।

वर्जन
रेबीज की रोकथाम के लिए नगर निगम की ओर से मार्च 2023 तक 4000 डॉग्स को वैक्सीन लगाने का टारगेट निर्धारित किया गया है। इसमेंं भी अब तक 500 से अधिक डॉग्स को एआरवी लगा दी गई है।
- डॉ। आदित्य तिवारी, पशु चिकित्साधिकारी, नगर निगम