-टेक्नोलॉजी के साथ-साथ बेसिक पुलिसिंग पर भी रहेगा फोकस

-पशु तस्करों पर लगाम के लिए एसपी रूरल व सिटी से मांगी रिपोर्ट

BAREILLY: पॉलिटिशियन अपने एरिया की पब्लिक के लिए सिफारिश करते हैं। यदि सिफारिश जायज है, तो उनकी बात सुनी जाएगी। नाजायज काम कतई नहीं किया जाएगा। बरेली के नवागत एसएसपी रामकृष्ण भारद्वाज ने ज्वाइनिंग के बाद कुछ इस तरह के तेवर में नजर आए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि टेक्नोलॉजी के यूज के साथ-साथ बेसिक पुलिसिंग पर भी जोर दिया जाएगा। पशु तस्करी और पुलिस पर हमले के सवाल पर उन्होंने दोनों पर लगाम के लिए रणनीति तैयार करने की बात कही है। उन्होंने एसपी रूरल और एसपी सिटी पशु तस्करों के गैंग व एरिया की डिटेल मांगी है।

मानक के अनुरूप होगी पोस्टिंग

आर के भारद्वाज ने बताया कि वह 2005 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं। वह मूलरूप से अलीगढ़ के रहने वाले हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमएससी की है। पुलिस में उनकी शुरुआत दिल्ली पुलिस में एसीपी के पद पर हुई और वह तीन साल तक एसीपी रहे। आईपीएस में सेलेक्शन के बाद वह लखीमपुर, गौतमबुद्ध नगर, बाराबंकी, रामपुर, गोरखपुर, जीआरपी व अन्य जगहों पर एसपी व एसएसपी के पद पर तैनात रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों की वर्किंग पर नियंत्रण से उनकी मूलभूत जरुरतों को भी पूरा किया जाएगा। दिल्ली पुलिस के मुकाबले यूपी पुलिस के पास रिर्सोसेस कम हैं, लेकिन फिर भी पुलिस बेहतर काम कर रही है। आम जनमानस में शांति और सुरक्षा की भावना पैदा करने पर उनका फोकस होगा। पब्लिक उन्हें मेसेज और फोन से इंफारमेशन और शिकायतें कर सकती है। पेंडिंग केसेस को वर्कआउट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चौकियों और थानों में आवश्यकता और मानक के आधार पर पोस्टिंग की जाएगी। जिन स्थानों पर ज्यादा पुलिसकर्मी और लंबे समय से तैनात हैं, उन्हें हटाया जाएगा। ओवर एज पुलिसकर्मियों को भी सर्कुलर के आधार पर पोस्टिंग दी जाएगी।