गर्मी में बढ़ती हैं ऐसी घटनाएं

समर सीजन में फायर इंसिडेंट्स में इजाफा हो जाता है। ज्यादातर घटनाएं शार्ट सर्किट से होती हैं। शहर के अधिकांश एरिया कंजेस्टेड हैं। यहां की तंग गलियों में फायर टेंडर को पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अक्सर देखने में आया है कि जब तक फायर टेंडर पहुंचती है, काफी नुकसान हो चुका होता है।

Mist backpack system

फायर फाइटिंग बाइक्स का यूज हाल ही संपन्न हुए इलाहाबाद कुंभ मेले में किया गया था। यहां यूज की गई बाइक्स में से ही कुछ बरेली के फायर डिपार्टमेंट को मिली हैं। फिलहाल पहले एक ही बाइक आनी है। इस बाइक से आग बुझाने के सिस्टम को 'मिस्ट बैकपैक सिस्टम' नाम दिया गया है। इसमें फायर फाइटर बाइक पर 10 लीटर का वाटर टैंक व गन लेकर चलेंगे। इसी सिस्टम के तहत छोटे व्हीकल यानी जीप का भी यूज किया जाएगा। जीप में 50 लीटर वाटर टैंक की व्यवस्था होगी।

First aid fire fighting system

मिस्ट बैकपैक सिस्टम के साथ-साथ जल्द ही फस्र्ट एड फायर फाइटिंग सिस्टम भी यूज किया जाएगा। इसके तहत सीओ 2 व डीसीपी यानी ड्राई केमिकल पाउडर के एक्सटिंग्वशर का यूज किया जाएगा। इसके अलावा कांबी टूल्स से भी आग बुझाई जाएगी। इन एक्सटिंग्वशर को फायर फाइटर अपनी पीठ पर लादकर आग पर काबू पा सकेंगे।

Report By : Anil Kumar