- मेंटल हॉस्पिटल की ओपीडी में घटी पेशेंट्स की संख्या

-कोरोना के चलते मेंटल हॉस्पिटल में कम आ रहे पेशेंट, दूर दराज से आने वाले पेशेंट्स की संख्या में भी गिरावट

बरेली : कोरोना का संकट गहराने के बाद नौकरी, बिजनेस, स्वास्थ्य सेवाएं सभी प्रभावित हुए। हालांकि अब कोरोना के हालात काफी हद तक काबू में हैं लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं की बात करें तो अभी भी कोरोना संकट के चलते लोग बीमार होने के बाद भी हॉस्पिटल में परामर्श तक लेने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिले के मेंटल हॉस्पिटल में आम दिनों की तुलना में कम ही पेशेंट्स ओपीडी में आ रहे हैं।

पहले इतनी होती थी ओपीडी

मेंटल हॉस्पिटल के जिम्मेदारों के अनुसार कोरोना काल से पहले यानि आम दिनों में मेंटल हॉस्पिटल में डेली 400 से 500 पेशेंट्स ओपीडी में आते थे लेकिन अब शासनादेश के बाद महज 80 से 90 पेशेंट्स ही ओपीडी में आ रहे हैं। जो कि चौंकाने वाला आंकड़ा है। पिछले तीन सालों की बात करें तो कभी इतनी कम ओपीडी दर्ज नहीं की गई।

मरीज कम होने की ये भी वजह

पिछले दस वर्षो की बात करें तो पहले बरेली के बाद सिर्फ आगरा में मेंटल हॉस्पिटल था, जिससे आसपास के जिलों के पेशेंट्स बरेली में इलाज के लिए आते थे, लेकिन अब अन्य मंडलों में भी हॉस्पिटल संचालित हैं जिसके बाद बरेली के हॉस्पिटल में ओपीडी की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गई है।

पुरुष ज्यादा साइकोटिक

मेंटल हॉस्पिटल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ। सालिगराम वर्मा के अनुसार कोरोना काल में साइकोटिक के पेशेंट्स इलाज के लिए अधिक आए, वहीं महिलाओं की तुलना में पुरुषों में इस बीमारी के लक्षण काफी देखे गए। इसको साइकोटिक कहा जाता है जिसमें मरीज में चिड़चिड़ापन, गुस्सैल रवैया आदि समस्या होती है।

कोरोना ने सभी प्रकार की गतिविधियों को प्रभावित किया है। इस दौरान पेशेंट़्स की संख्या में काफी गिरावट आई है। हालांकि आने वाले समय में मरीजों की संख्या बढ़ने के आसार हैं।

डॉ। प्रमिला गौड़, डायरेक्टर, मेंटल हॉस्पिटल