-एसएसपी ने देर रात तेज आवाज में बजने वाले डीजे पर रोक लगाने के लिए दिए सख्त निर्देश

-बैंक्वेट हॉल मालिकों को कम से कम 5 लाख रुपए के मुचलके से किया जाएगा पाबंद

<-एसएसपी ने देर रात तेज आवाज में बजने वाले डीजे पर रोक लगाने के लिए दिए सख्त निर्देश

-बैंक्वेट हॉल मालिकों को कम से कम भ् लाख रुपए के मुचलके से किया जाएगा पाबंद

BAREILLY: BAREILLY: बरेली में आए दिन देर रात तक डीजे का शोर सुनाई देता है। पुलिस कंट्रोल रूम में भी रोजाना डीजे बंद कराने के लिए फोन जाते हैं। पुलिस भी पहुंचती और डीजे बंद कराकर वापस लौट आती है। डीजे के शोर से सबसे ज्यादा प्रॉब्लम बुजुर्ग और बच्चों को होती है। डीजे पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने के लिए बैंक्वेट हॉल ओनर पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है। इसके लिए सभी बैंक्वेट हॉल, होटल व धर्मशाला वालों को भारी मुचलके से पाबंद किया जाएगा। इसके लिए सभी थाना प्रभारियों को बैंक्वेट हॉल की डिटेल बनाकर भेजने का निर्देश्ा दिया है।

अधिकारी भी होते हैं डीजे से परेशान

सुप्रीम कोर्ट ने दस बजे के बाद तेज आवाज में डीजे पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद शादी-समारोह में ढाई-तीन बजे तक डीजे बजते रहते हैं। डीजे के शोर से डीआईजी, आईजी व एसएसपी भी परेशान हैं। क्योंकि इनके ऑफिस व आवास के पास भी तेज आवाज में डीजे बजते रहते हैं। कई बार अधिकारियों के निर्देश पर डीजे बंद कराने के लिए मीटिंग हुई और रात में पुलिस ने छापेमारी भी की। लेकिन डीजे पर रोक नहीं लग सकी।

न मानने पर की जाएगी वसूली

फ्राइडे को एसएसपी के पास एक बुजुर्ग महिला पहुंची। बुजुर्ग महिला मुडि़या अहमद नगर में इंस्टीट्यूट चलाती हैं। जिसमें बच्चों व बुजुर्गो की देखरेख की जाती है। उन्होंने एसएसपी को बताया कि डीजे की वजह से बच्चों व बुजुर्गो को काफी दिक्कत होती है। जिसके बाद एसएसपी ने तुरंत रीडर को बुलाया और सभी थानों को बैंक्वेट हॉल वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश जारी करने का निर्देश दिया। इस आदेश के तहत सभी थाना एरिया के होटल, बैंक्वेट हॉल और धर्मशाला की लिस्ट तैयार कर उनके मालिक को कम से कम भ् लाख के मुचलके से पाबंद करने का निर्देश दिया। बड़े बैंक्वेट हाल और होटल वालों को क्0 लाख के मुचलके से पाबंद किया जएगा। जिसके बाद डीजे बजने पर मुचलके की राशि वसूली जाएगी।

डीजे को रेगुलाइज करने के लिए शासन को भ्ोजा प्रस्ताव

डीजे वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके इसके लिए डीजे संचालक के पास लाइसेंस होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है। इसी के चलते एसएसपी ने शासन को एक प्रस्ताव भेजा है। इसके तहत डीजे को रेगुलाइज करना चाहिए और डीजे संचालकों को लाइसेंस मिले। डीजे संचालकों के पास लाइसेंस होगा तो वह जिस जगह भी डीजे बजाने जाएगा तो नियमों का उल्लघंन करने पर उसका लाइसेंस चेक किया जा सकेगा और उसका डीजे भी जब्त किया जा सकेगा। यही नहीं धार्मिक आयोजनों में भी इसका काफी लाभ मिलेगा।