-रेलवे सफर के दौरान बीमार होने वाले पैसेंजर से रेलवे अब इलाज के वसूलेगा 100 रुपए

-पैसेंजर 138 पर कॉल करके या फिर कोच अटेंड को करना होता है इनफार्म

BAREILLY:

रेलवे ने पैसेंजर के लिए इलाज की सुविधा को महंगा कर दिया है। इसके लिए अब यात्रियों को 20 की जगह 100 रुपए चुकाने होंगे। यह सुविधा रेलवे ने एक्सप्रेस मेल और राजधानी सहित सभी ट्रेनों में लागू कर दी है। जिसके तहत अब ट्रेन में यात्रा करने के दौरान यात्रियों की जेब ढीली होना निश्चित है। फिलहाल रेलवे ने इस सुविधा को लागू भी कर दिया है।

मिसयूज रोकने के लिए बढ़ाया शुल्क

रेलवे अफसरों का मानना है कि कई बार ट्रेन में पैसेंजर नॉर्मल समस्या होने के बाबजूद भी 138 पर कॉल करके डॉक्टर को बुला लेते थे, लेकिन जब डॉक्टर मौके पर टीम लेकर पहुंचते थे। पता चलता थ कि समस्या नॉर्मल ही है। शुल्क बढ़ाने के पीछे रेलवे का मकसद सिर्फ 138 पर कॉल का मिसयूज रोकना। शुल्क बढ़ने से यात्री अब यात्री डॉक्टर को कॉल करके मिसयूज नहीं कर सकेगा।

पैसेंजर से एक्सपे्रस तक सुविधा

फीस के बदले इलाज की सुविधा पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस सहित अन्य सभी ट्रेनों में मिल सकेगी। ट्रेन में सवार पैसेंजर तबीयत बिगड़ने पर रेलवे हेल्पलाइन 138 पके अलावा टीईटी, गार्ड को इन्फॉर्म कर सकेगा। सूचना मिलते ही टीईटी तत्काल कंट्रोल रूम को मैसेज देकर अलगे स्टेशन पर डॉक्टर की डिमांड करेगा। ट्रेन के अगले स्टेशन पर पहुंचते ही स्टेशन पर मौजूद कॉमर्शियल अफसर की मौजूदगी में रेलवे डॉक्टर यात्री की जांच और इलाज करेगा। इसके लिए स्टॉफ इलाज के बदले यात्री से 100 रुपए लेकर ईएफटी यानि एक्सेस फेयर टिकट बनाएगा। और पर्ची यात्री को सौंप देगा। स्टेशन पर डॉक्टर नहीं होने पर यात्री की रजामंदी से उसे स्टेशन पर उतारकर नजदीक के सरकारी हॉस्पिटल में भ्ोजा जाएगा।

रोकी जा सकती है ट्रेन

सफर और स्टेशन कैंपस में बीमार होने पर फीस देना होगी। वहीं एक्सीडेंट हुआ तो रेलवे की ओर फ्री इलाज भी उपलब्ध कराया जाएगा। इस सुविधा के चलते इमरजेंसी की स्थिति में यात्री से कोई फीस लिए बगैर रेलवे अपनी तरफ से फ्री इलाज तो कराएगा ही साथ ही इमरजेंसी में ट्रेन को भी रोका जा सकता है। इसके लिए रेलवे की तरफ से छोटे-छोटे रेलवे स्टेशनों पर भी सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

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सफर के दौरान ट्रेन में बीमार होने वाले पैसेंजर की फीस 20 रुपए से बढ़ाकर 100 रुपए कर दी है। बढ़ी फीस को लागू भी कर दिया गया है।

मनोज सिंह, स्टेशन डायरेक्टर