-अभी तक फेस्टिवल, इलेक्शन व अन्य का बनाया जा रहा था बहाना

-पिछले दिनों गार्डन सिटी, सीआई पार्क समेत कई बड़ी वारदातों में पुलिस है खाली हाथ

<-अभी तक फेस्टिवल, इलेक्शन व अन्य का बनाया जा रहा था बहाना

-पिछले दिनों गार्डन सिटी, सीआई पार्क समेत कई बड़ी वारदातों में पुलिस है खाली हाथ

BAREILLY: BAREILLY: सिटी में पिछले दिनों गार्डन सिटी और सीआई पार्क समेत कई जगह हुई वारदात में पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं। हालांकि पुलिस अब तक लॉ एंड ऑर्डर को मेंटेन करने में खुद के बिजी होने का बहाना बनाती थी। अब पंचायत इलेक्शन, दशहरा, दीपावली, ईद व उर्स सभी खत्म हो चुका है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या अब पुलिस क्राइम पर फोकस करेगी। जिन केस का पुलिस खुलासा नहीं कर पाई क्या उनका वर्कआउट होगा।

तेजी बाद में सब ढीला

बीते दिनों में गार्डन सिटी में रिटायर्ड बीडीओ केसी गुप्ता के घर में डकैती और पत्‍‌नी शांति देवी के मर्डर की वारदात को अंजाम दिया गया था। दो दिन पहले बदमाशों के हमले में घायल केसी गुप्ता ने भी आंखें बंद कर ली थीं। वारदात के बाद दो-तीन दिन पुलिस ने केस को ओपन करने के लिए काफी तेजी दिखाई थी। क्राइम ब्रांच की टीमें भी खुलासे में लगाई गई थीं लेकिन उसके बाद पुलिस खाली हाथ बैठ गई। पुलिस हर बार लॉ एंड आर्डर और इलेक्शन में बिजी होने का रोना-रोती रही। बारादरी थाना के ही सीआई पार्क में एक युवक की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में एक सपा नेता का नाम भी सामने आया था। पुलिस ने कुछ युवकों को भी पूछताछ के लिए पकड़ा था लेकिन बाद में पुलिस इलेक्शन में बिजी हो गई।

केसेस में बिजी होने का बहाना

इन दो केसेस के अलावा इज्जतनगर में कुछ दिन पहले कुम्हरा गांव में 70 वर्षीय रामदेई की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने सिर्फ शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर इतिश्री कर ली। केस के बारे में पूछने पर पुलिस का बस एक ही जवाब मिला कि इलेक्शन के बाद ही कुछ हो सकेगा। इसी तरह से आईवीआरआई में साइंटिस्ट दीपक शर्मा मर्डर केस में भी पुलिस ने शुरुआत में तेजी दिखाई लेकिन फिर लॉ एंड आर्डर व अन्य कामों में बिजी हो गई। प्रेमनगर में दवा कारोबारी के घर ख्भ् हजार की चोरी व अन्य बड़ी वारदातें हैं जिनका आजतक पुलिस खुलासा नहीं कर सकी है।

तो क्या आगे भी रहेगी बिजी

देखा जाए तो अब साल के समाप्ति में कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में कई बड़ी वारदातों का खुलासा साल के अंत तक होना संभव नहीं लग रहा है। वैसे तो आने वाले दिनों न तो कोई बड़ा त्योहार है और न ही अब इलेक्शन होने वाले हैं। बस ईद-ए-मिलादुन्नबी और क्रिसमस का त्योहार है लेकिन इन दोनों में लॉ एंड आर्डर की ज्यादा प्रॉब्लम नहीं होती है। ऐसे में पुलिस अब कोई बहाना बनाए तो फिर बड़े केसेस की फाइल बंद ही हो जाएंगी।