गैंगरेप की वारदात के बाद एक बार फिर से आटो में सफर पर खड़े हुए सवाल

BAREILLY: कैंट के नकटिया में महिला से गैंगरेप में ऑटो ड्राइवर के शामिल होने से सिटी में एक बार फिर से ऑटो में सेफ सफर पर सवाल खड़े होने लगे हैं। ऑटो को कौन ड्राइव कर रहा है, पुलिस के पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है, जिसकी वजह से ही आटो ड्राइवर लूट, चोरी, छेड़छाड़ और रेप की वारदातों में शामिल हो रहे हैं। पुलिस की ढिलाही का ऑटो ड्राइवर फायदा उठा रहे हैं और पुलिस को भी इन्हें वारदात के बाद पकड़ने में काफी मुश्किल होती है।

रात में निकलते है शिकार पर

बरेली में करीब 3500 ऑटो और 1500 टेंपो रजिस्टर्ड हैं, दोनों मिलाकर करीब 8 हजार ऑटो-टेंपो धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। इसके अलावा सिटी में देहात परमिट के आटो भी धड़ल्ले से दौड़ते हैं। कई आटो ऐसे हैं, जिन्हें क्रिमिनल प्रवृत्ति के ड्राइवर दौड़ा रहे हैं। ये सभी रात में ऑटो लेकर निकलते हैं और फिर लूट या चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। कई ऑटो ड्राइवर सवारी को ही लिफ्ट देकर लूट लेते हैं तो कई चोरी का सामान ऑटो में ढोते हैं। इतनी संख्या में ऑटो ड्राइवर का पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। ये कहां के रहने वाले हैं, इनका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड है या नहीं इसकी पुलिस को कोई जानकारी नहीं है।

ये हुई हैं बड़ी वारदातें

पिछले कुछ सालों में बरेली में ऑटो से कई वारदातें हुई हैं, जिनमें बारादरी के हरुनगला में चौकीदार की लाइसेंसी बंदूक लूटकर चौकीदार को बाहर फेंक देने, कोतवाली एरिया में छात्रा से छेड़छाड़ करने, जिसमें छात्रा ने ऑटो से कूदकर जान बचाई थी। इसके अलावा कई चोरी की वारदातों में ऑटो ड्राइवर के पकड़े गए हैं। जब भी किसी बड़ी वारदात में ऑटो ड्राइवर्स का नाम आता है तो पुलिस इनके वेरिफिकेशन के दावे करती है। सिविल पुलिस के साथ जीआरपी भी रेलवे जंक्शन पर आने वाले ऑटो का वेरिफिकेशन कराने का दावा कर चुकी है, लेकिन कभी भी किसी का वेरिफिकेशन नहीं कराया गया है।

तो नहीं पकड़ में आते गैंगरेप के आरोपी

25 जनवरी की रात में चौपुला से ऑटो ड्राइवर नकटिया में महिला को लेकर गया था और वहां पर एक अन्य आटो ड्राइवर समेत तीन लोगों ने मिलकर उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया था। ऑटो ड्राइवर महिला को रोडवेज पर छोड़कर चले गए थे। इस मामले में यदि महिला ने खुद मुर्गी फार्म की तलाश न की होती तो पुलिस कभी भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाती, क्योंकि पुलिस के पास किसी भी आटो ड्राइवर का कोई रिकॉर्ड नहीं था।

ऑटो ड्राइवर के रेप में शामिल होने की घटना गंभीर है। जल्द ही आरटीओ की मदद से सभी ऑटो वालों का पुलिस वेरीफिकेशन कराया जाएगा।

- समीर सौरभ, एसपी सिटी बरेली