- मंडे के रेलवे बोर्ड और स्टेट गवर्नमेंट को भेजा जाएगा प्रस्ताव

<- मंडे के रेलवे बोर्ड और स्टेट गवर्नमेंट को भेजा जाएगा प्रस्ताव

BAREILLY:

BAREILLY:

शहर के लिए नासूर बन चुकी सुभाष नगर पुलिया का इलाज रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) से होगा। जिसमें करीब ब्0 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। नार्दर्न रेलवे के अधिकारियों ने आरओबी का नक्शा तैयार कर लिया है। सैटरडे को बरेली आए नार्दर्न रेलवे मुरादाबाद डिवीजन के डीआरएम एके सिंघल और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार रेलवे जंक्शन पर काफी देर तक सुभाष नगर पुलिया पर आरओबी बनाये जाने के लिए विचार-विमर्श करते रहे। आरओबी बनाये जाने को लेकर मंडे को रेलवे बोर्ड और स्टेट गवर्नमेंट को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

करीब 700 मीटर की आरओबी

सुभाष नगर पुलिया पर होने वाले जलभराव से निपटने के लिए कई प्रयास किये जा चुके हैं। करोड़ों रुपए खर्च कर नई पाइप लाइन भी डाली गई। बारिश से पहले नाला की सफाई होती है। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। पूरे शहर का गंदा पानी पुलिया से होकर ही जाता है। बारिश आते ही लोगों को घुटने भर पानी से होकर आना-जाना पड़ता है। पानी के तेज बहाव के कारण गिर कर लोग अक्सर घायल हो जाते हैं। लेकिन अब आरओबी बनने से इन तमाम समस्याओं से राहत मिलेगी। रेलवे ने जो नक्शा तैयार किया है उसके मुताबिक आरओबी सुभाषनगर थाने से रेलवे स्कूल ग्राउंड तक बनेगा। जिसकी दूरी करीब 700 मीटर है। आरओबी की मजबूती के लिए भ् पिलर बनेंगे।

फंड स्वीकृत होते ही काम होगा शुरू

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार और डीआरएम एके सिंघल ने रेलवे के आईओडब्ल्यू चमन सिंह से आरओबी पर आने वाले खर्च के बारे में पूछा। जवाब में चमन सिंह का कहना था कि आरओबी को तैयार करने में करीब ब्0 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। संतोष गंगवार ने मंडे तक स्टेट गवर्नमेंट को फंड स्वीकृत के लिए प्रस्ताव भेज दिए जाने को कहा। उन्होंने कहा कि मेरा यह प्रयास होगा कि फंड जल्द ही स्वीकृत हो जाएगा। ताकि आरओबी का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू हो सके। वहीं बदायूं रोड चुंगी के सामने जो रेलवे और मिल की जमीन है उधर से भी सुभाष नगर को जोड़ने का काम होगा। ताकि, इमरजेंसी के दौरान फायर ब्रिगेड की गाडि़यां आसानी से आ सके।

बिखरे पार्सल पर जताई नाराजगी

डीआरएम एके सिंघल ने सैटरडे को जंक्शन पर प्लेटफार्म, पार्सल घर, रेलवे ट्रैक सहित अन्य जगहों का भी निरीक्षण किया। एनआर और एनईआर के बीच फंसे फुट ओवरब्रिज का काम भी जल्द पूरा किये जाने का आश्वासन दिया। एके सिंघल ने कहा फुट ओवरब्रिज का जो अधूरा हिस्सा है वह एनईआर के हिस्से में आता है। हालांकि वह इस बात को रेलवे बोर्ड से अवगत कराएंगे। साथ ही एस्केलेटर लगाए जाने का काम भी इसी फुट ओवरब्रिज की ओर किया जाएगा। वहीं रास्ते में इधर-उधर पार्सल पर डीआरएम ने नाराजगी जाहिर की।

रनिंग स्टॉफ से सौंपा ज्ञापन

लोको पायलट में पिछले तीन वर्षो से ओवरटाइम का भुगतान न मिलने से काफी रोष है। कर्मचारी नेता अनुज कुमार मिश्रा ने डीआरएम को ज्ञापन सौंपा। बताया कि तीन वर्ष से कर्मचारियों को ओवरटाइम का पैसा नहीं मिला है। जिसे जल्द दिलाया जाये।