- 222 फ्लैट्स को पीडब्ल्यूडी ने भेजा खाली करने का नोटिस, नए प्रोजेक्ट से तैयार होगी कालोनी

- जर्जर हो चुके फ्लैट्स के बाबत लिया जा रहा एक्शन, फ्लैट खाली करने की होगी नीलामी

BAREILLY:

आखिरकार पीडब्ल्यूडी ने अपने जर्जर हो चुके आशियाने को ध्वस्त करने की तैयारी कर ली है। विभाग की ओर से राजेंद्र नगर स्थित फ्लैट के सभी निवासियों को नोटिस जारी कर खाली करने को कहा गया है। वहीं, विभाग की ओर से जारी नोटिस के बाद भी खाली न किया गया तो किसी भी जानमाल का नुकसान की जिम्मेदारी निवासियों की होगी। गौरतलब है कि आई नेक्स्ट ने जर्जर भवन और वहां के निवासियों की परेशानी को कई बार प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिस पर विभाग की ओर से कई बार नोटिस दिया जा चुका था। लेकिन इस बार फाइनल तौर पर नोटिस भेजकर फ्लैट खाली करने को कहा गया है।

यह था माजरा

राजेंद्र नगर स्थित आवासीय कालोनी पूल हाउसिंग सोसायटी के तहत वर्ष 1982 में बनाए गए थे। करीब 28 वर्षो से भवनों की देखरेख एवं मेनटेनेंस न होने की वजह से छत के प्लास्टर, छज्जे टूट कर गिर रहे थे। बारिश के दौरान छतों एवं दीवारों में दरार पड़ जाने की वजह से पानी घर के अंदर टपकता है।

गिर सकते हैं भवन

राजेंद्र नगर स्थित आवासीय कॉलोनी में भवनों की जांच की गई। जांच के बाद इंजीनियरों की टीम ने यहां सबसे अधिक खतरा पाया। उनके मुताबिक भूकंप के दौरान यह आवास गिर सकते हैं। रिपोर्ट आने के बाद लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड ने 222 लोगों को नोटिस जारी किए हैं। निवासियों को जल्द से जल्द खाली करवाने के निर्देश दिए हैं।

पहले भी भेजी थी नोटिस

आई नेक्सट की ओर से प्रकाशित खबर के बाद विभाग की ओर से जनवरी में करीब 56 आवासों को नोटिस भेजी गई थी। लेकिन निवासियों ने भवन खाली करने से मना कर दिया था। जिस पर बाद में एडीमए सिटी द्वारा नोटिस के बाद भी भवन खाली न करने के एवज में किसी भी दुर्घटना की जिम्मेदारी निवासियों को सौंप दी। जिसके बाद करीब 45 लोगों ने भवन खाली किए जाने की सूचना विभाग को दी थी। वहीं, इस बार सभी 222 निवासियों को भवन खाली करने को कहा गया है।

राजेंद्र नगर पीडब्ल्यूडी कॉलोनी के सभी 222 निवासियों को फ्लैट खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में ज्यादातर भवन जर्जर पाए गए हैं। उन्हें खाली होने के बाद भवन को निष्प्रयोज्य घोषित कर नया प्रोजेक्ट बनाया जाएगा।

संजीव भारद्वाज, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड