- बरेली के अलावा अन्य जिलों और प्रदेशों के विक्रेता, क्रेता नहीं आने की पूरी उम्मीद

>BAREILLY: 14 नवंबर की दोपहर रामगंगा में होने वाले पुण्य स्नान के दौरान सजने वाला चौबारी मेला इस वर्ष पूरी तरह फीका रह सकता है। क्योंकि 500 और 1000 के नोट बंद किए जाने के बाद मेला में पहुंचे दुकानदारों के चेहरे उतर गए हैं। इसके साथ ही रामगंगा चौबारी मेला समिति के सदस्य और पदाधिकारी भी निराश हैं। मेला कमेटी के बबलू ने बताया कि मेला में लास्ट ईयर की तरह ही रौनक की उम्मीद थी। पहले तो गोवंश पशु की बिक्री बैन होने से मेला करीब 25 परसेंट प्रभावित किया बाकी कसर नोट बंद होने से पूरी हो गई।

75 परसेंट प्रभावित होगा मेला

मेला कमेटी के मुताबिक अब नोट बंद की मुहर लगने के बाद 75 परसेंट तक मेला प्रभावित हो गया है। इस फैसले से मेले की खूबसूरती बनने वाले दुकानदार यहां आने से कतरा रहे हैं। वहीं, ग्राहक के न आने की उम्मीद के चलते मेला में पहुंचे दुकानदारों में से कई वापस लौटना चाह रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि बरेली के अलावा अन्य जिलों और प्रदेशों से आने वाले नखासा व अन्य कारीगर मेला में नहीं आने की संभावना है। जिसमें बेहतर नस्ल के घोड़े न आने से कोई नखासा नहीं जाएगा। हालांकि, बरेली के आसपास के दुकानदार ही मौजूद रहेंगे। मुख्य मेला 14 को लगेगा। उस दिन थोड़ी भीड़ मौजूद हो सकती है।