- सत्यापन की रिपोर्ट के बाद काटे गए 20 हजार अपात्र परिवारों के नाम

- नाम काटे जाने के बाद अब पेंडिंग पात्रों को जोड़े जाने की संभावना

BAREILLY:

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 'एनएफएसए' के माध्यम से सस्ते राशन पर ले रहे 20 हजार अपात्र परिवारों का नाम सूची से काट दिया गया है। अब नए सिरे से हुए सर्वे में पता चला कि उन्हें अपात्र होने के बावजूद लाभ मिल रहा था। हालांकि जांच अभी चल रही है, जिससे इस सूची से अभी और अपात्र जुड़ने की संभावना है। बता दें कि 15 जुलाई से राशन कार्ड वितरण शुरू करने से पहले पूर्ति विभाग पात्र और अपात्र परिवारों की छंटनी कर रहा है। जिसके सत्यापन का काम लगभग पूरा हो चुका है।

शहरी कोटा पहुंचा नीचे

अधिकारियों के मुताबिक 20 हजार अपात्रों के नाम कटने से शहरी कोटा नीचे आ गया है। शहर में 64 प्रतिशत परिवारों को लाभ मिलना है जबकि यह अब 63.90 पर पहुंच गया है। देहात में अपात्रों की छंटाई करके ग्राफ 79 प्रतिशत पर आने की उम्मीद है। इसके बाद पेंडिंग आवेदनों के पात्र लोगों को जोड़ा जाएगा। पेंडिंग आवेदन करीब 2.12 लाख हैं। जबकि नए पात्र लगभग 30 हजार के करीब हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक लोगों ने दो से तीन बार आवेदन किए हैं। जिससे पेंडिंग आवेदन की सूची लंबी है। अपात्रों को निकालने पर लगभग 25 हजार ही बचेंगे। एनएफएसए के तहत 7.85 लाख लोगों को जोड़ा गया था। जिसमें 99.687 हजार बीपीएल-अंत्योदय कैटेगरी के पात्र परिवार हैं।

पात्रों की छंटाई में 29 हजार अपात्रों के नाम काटे गए हैं। पेंडिंग आवेदनों के पात्रों को जोड़ा जाएगा। 15 जुलाई से राशन कार्ड बंटना शुरू हों जाएंगे।

केएल तिवारी, डीएसओ