- मंडे देर शाम प्रेमनगर क्षेत्र की गांधीपुरम फेस टू कॉलोनी में सर्राफ के घर पड़ी डकैती हुई लूट में दर्ज

- बदमाशों के डर और रंजिशे न पनप जाएं, इसलिए खींचे थे हाथ, पीडि़त परिवार ने ये दी सफाई

- पुलिस के दवाब में दी लूट की तहरीर, सीसीटीवी से साफ हुआ एक बदमाश का चेहरा, क्राइम ब्रांच ने की पूछताछ

बरेली: मंडे देर शाम प्रेमनगर की गांधीपुरम फेस टू कॉलोनी में एक सर्राफ के घर डकैती पड़ने के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। वहीं पुलिस घटना में लीपापोती कर डकैती को लूट दिखाकर मंडे देर रात तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। मकान मालिक मनोज कुमार गुप्ता की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामले में जांच की जा रही है।

छह बदमाशों ने डाली थी डकैती

देर शाम छह बदमाशों ने वाईफाई ठीक करने के बहाने घर में घुसकर घटना को अंजाम दिया था। वहीं घर में मौजूद बच्चों और महिला के साथ मारपीट भी की थी। घर से बदमाश जेवर-नकदी समेत करीब दो लाख का सामान ले गए थे। पुलिस के मुताबिक पीडि़त परिवार ने पहले तो कार्रवाई से ही इंकार कर दिया, लेकिन फिर देर रात महज लूट में रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।

बदमाशों ने नहीं लेनी दुश्मनी

मूल रूप से शेरगढ़ के रहने वाले मनोज गुप्ता पिछले करीब पांच सालों से गांधीपुरम में रह रहे हैं। उनके पिता राजाराम गुप्ता ने बताया कि उनकी सभी संपत्ति और खेती बाड़ी कस्बे में ही है। वहीं मेन बाजार में उनकी सर्राफ की दुकान भी है। उन्होंने बताया कि देर शाम घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने परिवार से कार्रवाई कराने से इंकार कर दिया था। वहीं प्रेमनगर इंस्पेक्टर से भी बात की थी। उनके मुताबिक वह इंसाफ के चक्कर में बदमाशों से दुश्मनी नहीं लेना चाहते। उनका कहना था कि, उनकी उम्र और तजुर्बा काफी हो चुका है, अक्सर उन्होंने पुरानी रंजिशों के चलते लोगों का बड़ा नुकसान होते देखा है। वह ऐसा नहीं होने देना चाहते। लेकिन देर रात पुलिस के कहने पर उन्होंने तीन बदमाशों के खिलाफ महज लूट की तहरीर दे दी।

घटना में कोई परिचित शामिल

राजाराम गुप्ता ने बताया कि करीब डेढ़ महीना पहले ही कुछ बदमाशों ने शेरगढ़ में दिनदहाड़े एक सर्राफ की दुकान लूट ली थी। उन्हें आशंका है कि घटना के तार वहां से जुड़े हो सकते हैं। घटना में दरवाजे पर आने के बाद घर के बेटे आशू, उसके पिता मनोज, मां की बीमारी व अन्य पारिवारिक जानकारी भी बदमाशों को थी। यह सब देखते हुए उन्हें आशंका है कि कोई परिचित ही घटना में शामिल हो सकता है। वहीं शेरगढ़ से भी घटना के तार जुड़े हो सकते हैं। वहीं राजाराम ने कस्बे या शहर में किसी से भी कोई रंजिश या पुरानी दुश्मनी होने से इंकार कर दिया।

पुलिस के दवाब में लिखा दी लूट

पुलिस अक्सर कार्रवाई करने की जगह बड़ी घटनाओं में लीपापोती कर पहले अपनी गर्दन बचाने में जुट जाती है। ऐसा ही कुछ मंडे शाम सर्राफ के घर हुई डकैती में हुआ। कॉलोनी में दहशत के माहौल के साथ यह चर्चा भी है कि पुलिस के दवाब में आकर पीडि़त परिवार ने डकैती का मामला दबाकर महज लूट की तहरीर दी। वहीं अब भी पीडि़त परिवार घर में छह बदमाशों के आने और सीसीटीवी में ही पांच बदमाशों के कैद होने की बात कह रहे हैं। वहीं ट्यूजडे को क्राइम ब्रांच की टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की।