अफरोज का सवा महीने बाद भी पुलिस नहीं लगा पाई है सुराग

>BAREILLY: कैंट के ठिरिया निवासी अफरोज के सवा महीने बाद भी पुलिस कोई सुराग नहीं लगने पर मंडे परिजनों थाने का घेराव किया। परिजनों ने पुलिस पर रुपए लेकर नामजद आरोपियों को छोड़ने का भी आरोप लगाया। पुलिस ने भ् लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जबकि उसकी बाइक बरामद की है।

अचानक हुअा था लापता

अफरोज फ्0 अप्रैल की सुबह क्0 बजे ससुराल उड़ला जागीर गया था। वहां से रात करीब क्0 बजे वह रिजवान के फोन आने पर नकटिया आ गया था। उसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला था। पुलिस के साथ उठने-बैठने वाला अफरोज अचानक नकटिया में रिटायर्ड सीएमओ के घर डकैती और कोरियर कंपनी के मुंशी सफी के मर्डर के बाद गायब हो गया था। शक के चलते पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी थी।

एक साथ मिली लोकेशन

फ्0 मई को उसकी बाइक फतेहगंज पश्चिमी में लावारिश हालत में मिली थी। इससे ठीक क्भ् दिन पहले एक लाश भी मिली थी। म् जून को जब पुलिस को बाइक के बारे में पता चला तो 7 जून को परिजनों को फतेहगंज पश्चिमी ले गई लेकिन अफरोज की पहचान नहीं हुई। जबकि पिता इकरार खां आरोप है कि पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों ने ही उनके बेटे का अपहरण किया। पुलिस ने एक आरोपी को रुपए लेकर छोड़ दिया।

परिजनों ने नामजद आरोपियों पर ही अपहरण के बाद हत्या की आशंका जताई है। आरोपियों से पूछताछ कर अफरोज की तलाश की जा रही है।

आर के धारीवाल, एसएचओ कैंट

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एसएसपी के आदेश को दिखाया ठेंगा

कैंट थाना के पूर्व एसएसआई सियाराम वर्मा एसएसपी के आदेश के बावजूद भी कई दिनों तक थाने में ही जमे रहे। वह यहां पर एसएसआई का चार्ज भी देखते रहे और रिलीव नहीं हुए। मंडे को भी अफरोज के परिजनों ने उनपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह आरोपियों को आराम से रखते हैं। बढि़या खाना खिलाते हैं। एसएसआई के थाना में रोके जाने की खबर पर एसपी सिटी ने एसएचओ को फटकार लगाई। एसपी सिटी ने तुरंत सियाराम वर्मा को रिलीव करने का आदेश एसएचओ को दिया।