-लाल फाटक के पास हवा भरा रही एंबुलेंस में स्कूटी सवारों ने मारी टक्कर

-टक्कर के बाद एंबुलेंस ड्राइवर और पेशेंट के परिजनों से मारपीट, जाम में फंस गई डायल 100

BAREILLY: ठंड में भी लोगों का पारा हाई हो रहा है। मंडे को कैंट में लाल फाटक के पास रोडरेज में एंबुलेंस में सवार पेशेंट की मौत हो गई। पंक्चर शॉप पर हवा भरा रही एंबुलेंस में स्कूटी सवारों ने टक्कर मार दी और फिर अपने साथियों के साथ मिलकर एंबुलेंस ड्राइवर और पेशेंट के तीमारदारों से मारपीट की। यही नहीं एंबुलेंस फूंकने की भी कोशिश की। ड्राइवर ने डायल 100 पर सूचना दी, लेकिन डायल 100 लाल फाटक पर जाम में फंस गई। इस दौरान पेशेंट ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया।

दिल्ली लेकर जा रहे थे पेशेंट

सीपी सिंह, रामपुर गार्डन स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में एंबुलेंस चलाता है। मंडे दोपहर वह सर्किट हाउस चौराहा स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट भूड़ा म्याऊं बदायूं निवासी पेशेंट 45 वर्षीय गोधन को लेकर जा रहा था। गोधन को हार्ट की प्रॉब्लम थी। हालत खराब होने के चलते परिजन उन्हें दिल्ली लेकर जा रहे थे। एंबुलेंस में गोधन के परिवार के 5 लोग मौजूद थे, जिनमें महिलाएं भी थीं।

एंबुलेंस फूंकने की कोशिश

सीपी सिंह ने बताया कि वह लाल फाटक के आगे पंक्चर शॉप पर एंबुलेंस के टायर में हवा डलवा रहा था। हवा डलवाकर वह चलने वाला ही था कि ड्राइविंग सीट की ओर स्कूटी ने टक्कर मार दी। इसी दौरान एक बाइक सवार दो युवक भी आ गए। सभी ने एंबुलेंस की चाबी निकाल ली और झगड़ा करने लगे। पेशेंट गोधन के परिजनों ने भी एंबुलेंस जाने के लिए कहा तो युवक उनके साथ भी झगड़ा करने लगे। उसके बाद करीब एक दर्जन और लोग चनेहटी से आ गए। इसी दौरान पब्लिक की भीड़ लग गई। सभी स्कूटी सवार की गलती दे रहे थे, लेकिन कोई एंबुलेंस जाने नहीं दे रहा था। यही नहीं युवक कह रहे थे कि एंबुलेंस में आग लगा दो।

रेलवे फाटक बंद होने के चलते लगा जाम

सीपी सिंह के मुताबिक परेशान होकर उसने डायल 100 पर सूचना दी। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी भी पहुंच गया। पुलिस की सूचना मिलते ही सभी मौके से फरार हो गए। वहीं सूचना मिलने पर कैंट एरिया में तैनात डायल 100 पहुंची लेकिन रेलवे फाटक बंद होने की वजह से लगे जाम में फंस गई। जिसके बाद डायल 100 के स्टॉफ ने ड्राइवर के नंबर पर फोन करके पूछा लेकिन तब तक वह वहां से जा चुका था। रास्ते में कुछ दूर चलने के बाद गोधन की मौत हो गई। जिसके बाद वह गोधन के शव को गांव में छोड़कर चला आया।