Be ready to study in hitech classroom

आरयू के स्टूडेंट्स को स्मार्ट क्लास की सौगात मिलने वाली है। वर्चुअल क्लासेज सारी फैसिलिटीज से लैस कर दी गई हैं। आरयू के कर्मचारियों की स्ट्राइक खत्म होते ही थोड़ी-बहुत जो कमियां हैं उसे पूरा कर इन क्लासेज में हाईटेक पढ़ाई शुरू हो जाएगी। यह सौगात न केवल आरयू के स्टूडेंट्स बल्कि देश के किसी भी हिस्से में रहने वाले स्टूडेंट्स के लिए है। वर्चुअल क्लासेज के सभी लेक्चर्स ऑनलाइन अवेलेबल होंगे। देश के किसी भी कोने में रहने वाले स्टूडेंट्स इंटरनेट पर महज एक क्लिक से लेक्चर्स को सुन और देख सकेंगे।

RU में 4 ऐसी classes

वर्चुअल क्लासेज का यह कॉनसेप्ट मिनिस्ट्री ऑफ ह्यूमन रिसोर्स एंड डेवलपमेंट के माध्यम से यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन द्वारा क्रिएट किया गया है। जिसे स्टेट गवर्नमेंट के सहयोग से यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज में लागू करना है। इस क्रम में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 4 वर्चुअल क्लासेज डेवलप की हैं। एनिमल साइंस, प्लांट साइंस, एमबीए और एजुकेशन डिपार्टमेंट में ये क्लासेज रेडी हैं। पूरा प्रोजेक्ट 2 करोड़ रुपए का है।

 

Fully hitech class

चारों क्लासेज इंटरनेट से लैस फुली हाईटेक हैं। हर एक क्लास में 60 स्टूडेंट्स की सीटिंग कैपेसिटी है। सीटिंग अरेंजमेंट से लेकर पढ़ाई का तरीका पूरी तरह से नए कॉनसेप्ट में डेवलप किया गया है। क्लासरूम में दो प्रोजेक्टर, दो ऑटोमैटिक स्क्रीन, कैमरे, वर्चुअल कम्प्यूटर स्क्रीन के साथ पूरा ऑडियो-वीडियो सिस्टम डेवलप किया गया है। क्लास के फ्रंट और बैक साइड दोनों ओर ऑटोमैटिक स्क्रीन लगी हैं। ये स्क्रीन ब्लैकबोर्ड को रिप्लेस करेंगे। जो भी पढ़ाया जाएगा वह इन स्क्रीन्स पर विजिबल होगा। इससे क्लासरूम में बैठने वाले स्टूडेंट्स को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि बैक साइड पर बैठने वाले स्टूडेंट्स पीछे मुड़कर बैक स्क्रीन पर देखकर लेक्चर समझ सकते हैं। वहीं टीचर्स को भी लेक्चर डिलिवर करते वक्त स्क्रीन पर पीछे मुड़कर नहीं देखना होगा।

लाइव देखे जा सकते हैं लेक्चर्स

हाईटेक वर्चुअल क्लासेज में जितने भी लेक्चर्स डिलीवर किए जाएंगे वे लाइव इंटरनेट पर अवेलेबल होंगे। क्लासरूम में जो सिस्टम्स डेवलप किए गए हैं वे इसमें कैपेबल हैं। मूवेबल हाईपॉवर के कैमरे पूरे लेक्चर्स को कवर कर रिकॉर्ड करेंगे। टीचर्स और स्टूडेंट्स की सारी एक्टिविटीज लाइव होगी। देश के किसी भी कोने में बैठे स्टूडेंट्स इंटरनेट के माध्यम से आरयू की वेबसाइट पर बने लिंक पर जाकर लेक्चर्स को लाइव देख और सुन सकेंगे। यही नहीं लाइव देखने से चूक गए तो लेक्चर्स की रिकॉर्डिंग भी अवेलेबल होगी। आरयू की वेबसाइट के साथ यू-ट्यूब पर भी रिकॉर्डेड लेक्चर्स अवेलेबल होंगे। इन सभी फैसिलिटीज  से यह उम्मीद लगाई जा रही है कि यह लेक्चर्स कई स्टूडेंट्स केे लिए फायदेमंद हो सकेगा।

वर्चुअल स्क्रीन से पढ़ाएंगे टीचर्स

टीचर्स को पढ़ाने के लिए भी हाथ में चॉक, डस्टर और बुक्स लाने की जरूरत नहीं होगी। वे क्लासरूम में एंटर करेंगे और रिमोट कंट्रोल के माध्यम से लेक्चर डिलीवर करना शुरू कर देंगे। टीचर्स के सामने वर्चुअल कम्प्यूटर स्क्रीन वाला सिस्टम होगा। जिसमें लेक्चर से संबंधित सारा मैटीरियल अपलोड होगा। टीचर्स उस वर्चुअल स्क्रीन पर देखकर अपना लेक्चर डिलीवर कर सकेंगे। स्टूडेंट्स उस मैटीरियल को दोनों साइड पर लगे स्क्रीन्स पर प्रोजेक्टर से देख सकेंगे। क्लासरूम में लगे हाई पॉवर के माइक्रोफोन से स्टूडेंट्स और टीचर्स की आवाज बिल्कुल साफ सुनाई देगी।

बिग बॉस के घर जैसा class

आरयू के वर्चुअल क्लासरूम्स बिग बॉस के घर से कम नहीं है। क्लास में रूम दो हाईपॉवर के कैमरे लगे हुए हैं। एक कैमरा टीचर के पास फिक्स्ड है तो दूसरा क्लासरूम के शुरुआत में। कैमरे मूवेबल हैं और लेक्चर के दौरान पूरे क्लासरूम को कवर करने के लिए ऑटोमैटिक मूव करेंगे। अधिकांश सिस्टम्स सेंसर से लैस है। जो खुद ही सेंस कर अपनी एक्टिविटी स्टार्ट कर देते हैं।

Inauguration के लिए तैयार

आरयू के सभी 4 वर्चुअल क्लासरूम पूरी तरह से डेवलप हो चुके हैं। बस इनॉग्रेशन की देरी है। आरयू में चल रही कर्मचारियों की स्ट्राइक की वजह से इंटरनेट संबंधी कुछ कमियां रह गई हैं। स्ट्राइक खत्म होने के बाद क्लासरूम को ब्रॉडबैंड से जोड़ दिया जाएगा। उसके बाद इनॉग्रेशन करते ही क्लासरूम लैक्चर के लिए ओपन हो जाएगा। क्लासरूम का जल्द ही इनॉग्रेशन करने का प्रपोजल है।

आरयू के सभी वर्चुअल क्लास फुली तैयार हो चुके हैं। यह क्लासरूम काफी हाईटेक हैं। इसमें हाई-फ्रीक्वेंसी के कैमरे और ऑनलाइन लेक्चर डिलीवर करने का सिस्टम डेवलप किया गया है। अब इंतजार है केवल इनॉग्रेशन का। इन क्लासरूम्स में डिलीवर होने वाले लेक्चर्स न केवल इंटरनेट पर अवेलेबल होंगे, बल्कि इसे ऑनलाइन भी देख और सुन सकते हैं। स्टूडेंट् अपने घर में बैठकर भी इंटरनेट के माध्यम से इन लेक्चर्स को देख और सुन सकता है।

- प्रो। एके जैतली, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर

Report by: abhisheksingh@inext.co.in