- हादसे की सूचना पर एसडीएम ने घटना स्थल पर जाकर ली जानकारी

- ड्राइवर पर शराब पीकर नशे में बस चलाने का लगाया आरोप

NAWABGANJ : मिशन पब्लिक की स्कूल स्टूडेंट्स से भरी ओवरलोड वेडनेसडे को अनियंत्रित होकर खाई में पलट गई। जिससे बस में सवार कई बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। हैरत की बात यह रही की बस को नियंत्रित करने की बजाय ड्राइवर बच्चों की जान जोखिम में डाल कर भाग गया। बस पलटते ही चीख-पुकार मच गई। आसपास मौजूद लोगों ने बच्चों को बस से बाहर निकाला। जख्मी बच्चों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया। बस पलटने की सूचना मिलते ही एसडीएम डा अर्चना द्विवेदी मौके पर पहुंच गई।

नशे में था ड्राइवर

दोपहर करीब दो बजे 50 बच्चों लेकर स्कूल बस बीजामऊ के लिए रवाना हुई। ड्राइवर बस को तेज रफ्तार में ले जा रहा था। बीजमऊ पहुंचने से पहले अचानक स्टीयरिंग से ड्राइवर ने कंट्रोल खो दिया। लिहाजा, बस सड़क किनारे खाई में पलट गई। हादसे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची एसडीएम को घायल स्टूडेंट्स और ग्रामीणों ने बताया कि ड्राइवर नशे में था। एसडीएम ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई के निदर्1ेश दिए।

अनफिट है स्कूल बस

मिशन पब्लिक स्कूल की जो बस दुर्घनाग्रस्त हुई है, वह फिजिकली फिट भी नहीं दिख रही है। स्कूल बस की फिटनेस के जो मानक है, बस उसे पूरा करते हुए नहीं दिख रही है। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि स्कूल प्रबंधन अनफिट बस का संचालन कैसे कर रहा था। पुलिस और आरटीओ के अधिकारियों की निगाह बस पर क्यों नहीं पड़ी। यह भी बताया जा रहा है कि बस अपनी एज भी पूरी कर चुकी है। हालांकि, इस बाबत आरटीओ से पुष्टि नहीं हाे पायी।

ये बच्चे हुए घायल

बस में सवार सौरभ कुमार,लकी गंगवार,हर्षदीप,किरन दीप,रमनदीप,शानू,जीत सिंह,धर्मवीर,पारस,पारूल,रजत,दलजीत सिंह,तरूण,प्रशांत,देवेन्द्र,किरन दीप,सुरजीत,राजकमल,खुशबू,नीलेश,मान सिंह आदि घायल हो गये।

अभिभावकों को देख बिलख पड़े बच्चे

घटना के बाद जैसे ही अभिभावक अपने अपने बच्चों के पास पहुंचे तो बच्चें अपने अभिभावकों से लिपट कर रोने लगे । जब तक अभिभावक मौके पर नही पहुंचे तब तक बच्चे दहशत में बने रहे।

बस चालक की लापरवाही से हादसा हुआ है। बच्चों ने बताया कि बस चालक शराब के नशे मे बस चला रहा था । बच्चों की सुरक्षा के इंतजाम के साथ ही स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अर्चना द्विवेदी, एसडीएम नवाबगंज

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नहीं चेत रहा प्रशासन

नवाबगंज : निजी विद्यालय प्रबंधन अपनी जेब गर्म करने के लिए नियमों को ताक पर रखकर खटारा बसों व टैम्पों से बच्चों को विद्यालय तक लाने व ले जाने के लिए बेखौफ होकर दौड़ा रहे हैं। एक के बाद एक घटनाएं होने के बाद भी स्थानीय व जिला प्रशासन आंखें बंद किए हुए है।

केस 1: विद्यालय के टैम्पों से गिरकर हुई थी छात्र की मौत

मई 2015 में रिठौरा स्थिति जीएलवी इंग्लिश स्कूल का एक टैम्पो स्टूडेंट्स को घर छोड़ने जा रहा था। उदरनपुर गौटिया माइनर के पास पहुंचा ही था कि टैम्पों से सात वर्षिय प्रयांशु की गिरकर घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

केस 2: एआर मेमोरियल की बैन में शॉर्ट शर्किट से लगी थी आग

हाफिजगंज स्थति एआर मोमोरियल स्कूल की बैन स्टूडेंट्स को छोड़ने के लिए काशीपूर जा रही थी। गांव पहुंचने से पूर्व ही वैन में शार्ट सर्किट से आग लग गई थी। वैन से धुआं उठता देख ग्रामीणों ने स्टूडेट्स को वैन से निकाला था।